होम / Kamal Nath in Ujjain: कमलनाथ का उज्जैन दौरा कहा- बीजेपी के पास 4 महीने का वक्त, शिवराज को बड़े प्यार से विदा करेंगे

Kamal Nath in Ujjain: कमलनाथ का उज्जैन दौरा कहा- बीजेपी के पास 4 महीने का वक्त, शिवराज को बड़े प्यार से विदा करेंगे

• LAST UPDATED : June 19, 2023

India News (इंडिया न्यूज़), Kamal Nath in Ujjain:अब विधानसभा चुनाव में कुछ ही समय बचा है। ऐसे में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। पक्ष और विपक्ष दोनों के नेता लगातार दौर पर हैं। आज मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और PCC चीफ कमलनाथ उज्जैन के महिदपुर में पहुंचे थें। यहां उन्होंने सरकार पर जमकर निशाना साधा है। कमलनाथ ने कहा कि अब बीजेपी के पास पैसा और प्रशासन केवल 4 महीने के लिए हीं बचा है। अब प्रदेश की जनता शिवराज सिंह चौहान को विदा करने के लिए तैयार है। हम उन्हें बड़े प्यार से विदा करेंगे।

  • कमलनाथ की चक्की चलती है, तो बहुत बारीक पिसती है
  • सतपुड़ा बिल्डिंग पर किया सवाल

कर्मचारियों-अफसरों को लगाया फटकार

कमलनाथ कर्मचारियों-अफसरों को फटकार लगाते हुए कहा कि ‘यह कान खोल कर सुन लो कि कल के बाद परसों आता है। कर्मचारी बड़ा हो या छोटा, हर पुलिसवालों से कहता हूं कि अपनी वर्दी की इज्जत कीजिए। देखते हैं कि आप की भर्ती कितने दिन चलती है। साथ ही साथ उन्होंने यह भी कहा कि कमलनाथ की चक्की चलती है, तो बहुत बारीक पिसती है। कर्मचारी – अधिकारी का सर्टिफिकेट जनता देती है।’

धर्म को भ्रष्टाचार का बनाया माध्यम

कमलनाथ ने यह भी कहा कि प्रदेश का हर वर्ग युवा,किसान और व्यापारी सब परेशान हैं। भ्रष्टाचार ऊपर से चलकर नीचे तक पहुंचता है। साथ ही साथ उन्होंने यह भी कहा कि सबसे ज्यादा भ्रष्ट यह जिला है। यहां महाकाल का घोटाला हुआ है। धर्म के नाम पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। इतना ही नहीं कमलनाथ ने सतपुड़ा बिल्डिंग पर सवाल करते हुए कहा कि फाइलों को जलाने के लिए सतपुड़ा बिल्डिंग में आग लग गई या लगाई गई यह कौन जानता है। महाकाल निर्माण के लिए कर्ज लिया, क्योंकि पैसा इसी से बनाना था। तीन लाख करोड़ इन्होंने कर्ज लिया था। अब इसका ब्याज पटाने के लिए और कर्ज लेना पड़ेगा।

सर्वे के आधार पर मिलेगा टिकट

कमलनाथ से जब पत्रकारों ने टिकट को लेकर सवाल किया कि तो उन्होंने कहा कि उज्जैन में सर्वे के आधार पर टिकट दिया जाएगा। ग्वालियर में यही हुआ, वहां कांग्रेस जीती। यह समझ जाएं कि कमलनाथ 2018 के मॉडल नहीं हैं, 2023 के मॉडल हैं।’

Also Read: आम आदमी पार्टी का चुनावी शंखनाद अब होगा 1 जुलाई को, जानें क्यों बदलनी पड़ी तारीख ?