कटनी: (Woman dies due to doctor’s negligenceकटनी जिले के कोतवाली थाना अंतर्गत प्राइवेट मंगतराम हॉस्पिटल के सामने एक मृत महिला का शव रख मृतिका के परिजनों ने चक्का जाम कर हॉस्पिटल के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। मृतिका के परिजनों ने आरोप लगाते हुए बताया की कल सुबह लक्ष्मी विश्वकर्मा को नई बस्ती इलाके स्थित मंगतराम हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। जंहा रूपा लालवानी के लापरवाही के चलते महिला की जान चली गई और मृत महिला का घंटो अस्पताल के अंदर 40 से 50 हजार रुपए लेकर इलाज करते रहे और शाम होते ही मृतक महिला को एक प्राइवेट हॉस्पिटल में रेफर कर दिया जहा के डॉक्टर ने लक्ष्मी विश्वकर्मा को मृत घोषित कर दिया था। इस चक्का जाम के बाद भी प्राइवेट हॉस्पिटल के डॉक्टर और स्टाप लापता था।
प्रेगनेंसी के दौरान बल्डिंग होने के चलते कराया गया था भर्ती
दरअसल कल सुबह कोतवाली थाना क्षेत्र प्राइवेट हॉस्पिटल मंगतराम हॉस्पिटल में उमरिया जिले के चंदिया की रहने वाली 22 वर्षीय महिला को प्रेगनेंसी के दौरान बल्डिंग होने के चलते भर्ती कराया गया था और दोपहर के बाद प्राइवेट हॉस्पिटल के संचालक और डॉक्टर रूपलालवानी द्वारा 50 से 60 हजार रुपए ले ऑपरेशन किया गया, मृतिका के परिजनों ने आरोप लगाया की रूपालालवानी के द्वारा किए गए ऑपरेशन के दौरान लक्ष्मी का विश्वकर्मा की मौत हो गई थी और डॉक्टरों द्वारा परिजनों को 2 से 3 घंटो तक गुमराह करते रहे और महिला से परिजनों को मिलने से रोका गया और शाम होते ही पास ही स्थित मृतिका लक्ष्मी विश्वकर्मा को रेफर कर दिया गया था।
परिजनों ने हॉस्पिटल के सामने मृतिका का शव रख किया चक्का जाम
जब महिला को वहा के डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया तब मृतिका की परिजन आक्रोशित हो गए और दोबारा रात में ही मंगतराम हॉस्पिटल में हंगामा किया था। जिसकी सूचना पर कोतवाली थाने की पुलिस पहुंच गई और मृतक महिला के शव का पंचनामा कार्यवाही करते हुए आज सुबह पोस्टमार्टम करा परिजनों को शव सौप दिया था। वही कल रात हॉस्पिटल के डॉक्टर और स्टाप हॉस्पिटल से गायब थे। लेकिन आज फिर आक्रोशित परिजनों ने मंगतराम हॉस्पिटल के सामने मृतिका लक्ष्मी विश्वकर्मा का शव रख चक्का जाम कर दिया और हॉस्पिटल में तोड़फोड़ भी की ओर हॉस्पिटल के डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कराने की मांग की।
पोस्टमार्टम के बाद किया जायोगा डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज
जिसकी सूचना पर कोतवाली थाने की पुलिस बल पहुंची और मृतिका के परिजनों को समझाबुझा मामले को शांत कराया, वही जब कोतवाली थाने की पुलिस से इस पूरे मामले में डॉक्टरों के खिलाफ कार्यवाही की बात की गई तो उनका कहना था की पोस्टमार्टम के बाद जो सामने निकल कर आएगा तब अस्पताल के डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा वही इस चक्का जाम के बाद भी अस्पताल के डॉक्टर और प्रबंधन अस्पताल से गायब थे।