होम / Khargone: 80 की उम्र में धूमधाम से काटा केक, जन्मदिन की रात बन गई जिंदगी की आखिरी रात

Khargone: 80 की उम्र में धूमधाम से काटा केक, जन्मदिन की रात बन गई जिंदगी की आखिरी रात

• LAST UPDATED : April 7, 2024

India News  MP (इंडिया न्यूज), Khargone: सभी लोगों को अपने जन्मदिन की बेहद खुशी होती है। किसी बुजुर्ग को जन्मदिन मनाते बहुत कम ही सुना होगा। जन्मदिन वाले दिन अगर आखिरी बर्थडे हो जाएं तो सोचकर हैरान हो जाएंगे। मध्य प्रदेश के खरगोन जिले से एक हैरान कर देने वाली खबर आई है। यहां एक बुजुर्ग व्यक्ति ने 80 साल बाद अपना पहला जन्मदिन मनाया।

इस दिन बुजुर्ग ने अपने परिवार वालों के साथ केक काटा, खूब डांस किया और जश्न मनाया। रात 11 बजे तक उन्हें बधाई देने वालों का सिलसिला जारी रहा। तीन बजे बुजुर्ग ने दुनिया को अलविदा कह दिया।

धूमधाम से मनाया बर्थडे

मिली जानकारी के मुताबिक, खरगोन के पहाड़सिंहपुरा निवासी 80 वर्षीय नारायण सिंह रघुवंशी ने जीवन में पहली बार अपना जन्मदिन मनाया। रात 12 बजे तक रघुवंशी समाज के लोग और मित्र बधाई देने आते रहे। 80 साल के नारायण रघुवंशी ने पहली बार अपना जन्मदिन डांस और वाद्ययंत्र बजाकर मनाया। इस दौरान उनकी योगा टोली टीम के सदस्यों के साथ केक काटा। ढोल-ताशों के साथ उत्साह, उमंग और मस्ती के साथ जन्मदिन मनाया।

सभी लोगों ने दी श्रद्धांजलि 

उनके जन्मदिन पर समाज एवं ग्रुप के वरिष्ठ सदस्य मनोज रघुवंशी, दिनेश रघुवंशी, मोहन रघुवंशी सहित सैकड़ों लोग उन्हें बधाई देने पहुंचे थे। रात 3 बजे अचानक उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। वृद्ध का अंतिम संस्कार कुंडा के मुक्तिधाम में किया गया, जहां वह योगाभ्यास करते थे. उनकी अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए और श्रद्धांजलि दी।

योगा ग्रुप के साथ की मस्ती 

बता दें कि नारायण रघुवंशी प्रतिदिन सुबह मस्ती योगा ग्रुप के साथ हनुमान मंदिर पर योगाभ्यास करते थे। जीवन में कभी जन्मदिन नहीं मनाया। पहली बार योग टीम के सदस्यों ने उनके घर जाकर और केक काटकर उनका जन्मदिन मनाया। इसके बाद रात में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। मनोज रघुवंशी ने बताया कि सामाजिक कार्यकर्ता नारायण सिंह रघुवंशी स्वस्थ हैं। उनकी दिनचर्या भी अच्छी थी।

बता दें कि उनकी उम्र 80 साल जरूर थी, लेकिन वह रोज सुबह 6 बजे फन ग्रुप में शामिल होते थे और योग करते थे। वे 6 महीने तक योग से जुड़े रह। यह किसी ने नहीं सोचा था कि वे उन्हें जन्मदिन की बधाई देने जाएंगे और वह उसी दिन चले जाएंगे।

ये भी पढ़ें :