विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पदक जीतने वालीं पहली भारतीय एथलीट अंजू बॉबी जॉर्ज ने कहा है कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स के जरिए जमीनी स्तर के कार्यक्रम और बड़े टूर्नामेंटों के बीच एक बड़े सेतु का काम कर रहे हैं। खिलाड़ियों के लिए यह एक बड़ा मंच बन गया है।
खेलो इंडिया यूथ गेम्स के आगामी संस्करण का आयोजन 30 जनवरी से मध्यप्रदेश के आठ शहरों में किया जाएगा। इन खेलों में 27 स्पर्धाएं शामिल होंगी। ट्रैक एंड फील्ड भोपाल के टीटी नगर स्टेडियम में तीन से पांच फरवरी तक होगा। इसके अलावा इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, मंडला, खरगौन और बालाघाट में खेल होंगे।
लंबी छलांग लगाने वाली पूर्व खिलाड़ी अंजू सरकार के मिशन ओलंपिक सेल की सदस्य हैं। वह टॉप्स (टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम) के लिए एथलीटों का चयन करने के लिए जिम्मेदार है। उनका मानना है कि खेलो इंडिया योजना प्रतिभा को निखारने के मामले में नींव का काम करेगा।
अंजू ने ‘केआईवाईजी मीडिया’ को एक कार्यक्रम के दौरान बताया, ‘‘यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और खेल मंत्रालय के सही इरादे के साथ एक अनूठी परियोजना है। इसने पहले ही परिणाम देना शुरू कर दिया है। हालांकि यह एक सतत प्रक्रिया है और हमें इसे आगे बढ़ाना है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ इन खेलों में 18 साल तक के छोटे बच्चों को प्रतिभा दिखाने का मौका मिलता है । इस तरह का मौका पहले मौजूद नहीं था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ इसमें जगह बनाने वाले खिलाड़ियों को प्रशिक्षण के लिए सरकार धन मुहैया कराती है। उन्हें जेब भत्ता भी मिलता है।’’