India News (इंडिया न्यूज़) Kuno National Park: भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 70 साल के बाद फिर से भारत में चीतों को बसाने की कोशिश में लगें हैं। पहली बार में नामीबिया और दूसरी बार में दक्षिण अफ्रीका से चीतों को भारत लाया गया है। अब तक जितने भी चीते लाए गए हैं, उन्हें मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) रखा गया है।
अब तक लाए गए चीतों में से 3 चीतों की मौत हो चुकी है। नामीबिया से लाई गई मादा चीता ” साशा” की मौत का कारण किडनी की बीमारी बताई जा रही है। वहीं दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीता “उदय” के मौत का कारण भी खराब स्वास्थ बताया जा रहा है। हाल में हुई तीसरे चीते की मौत का कारण मेटिंग बताया गया था।
कुछ दिनों में चीतों का तीसरा खेप देश में आने वाला है। जिसके रहने के लिए भी तैयारी की जा रही है। आपको बता दें कि कूनो नेशनल पार्क में 18 चीतों को रखने की संख्या है लेकिन 20 चीतों को रखा जा रहा है। जिसके लिए मध्यप्रदेश के मुख्य वन्यप्राणी अभिरक्षक जसवीर सिंह चौहान ने चीतों को तत्तकाल दूसरे जगह पर शिफ्ट करने के लिए वन विभाग के अपर मुख्य सचिव को नोटशीट लिखी है।
वन्यप्राणी अभिरक्षक जसवीर सिंह चौहान ने पत्र में लिखा है कि पर्याप्त जगह नहीं होने के कारण चीतों का देखभाल करना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा है कि अगर कोई महामारी फैलती है तो पूरे चीता प्रजाति पर संकट आ सकती है। साथ ही साथ उन्होंने कूनो नेशनल पार्क की मौजूदा हाल से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान वन मंत्री विजय शाह और मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को भी अवगत कराने की गुजारिश किया है। जिससे की इस मुद्दे पर जल्द कार्रवाई किया जा सके।
वन विभाग के अधिकारी यह अनुमान लगा रहें हैं कि भारत में चीतों के लिए मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क के अलावा राजस्थान का मुकुंदरा हिल्स नेशनल पार्क सही साबित हो सकता है। इस नेशनल पार्क में चैनलिंग जाली से घिरा क्षेत्र भी है। साथ ही साथ यहां का जलवायु चीतों के मुताबिक अनुकूल बताया जा रहा है। यह कयास लगाया जा रहा कि लाए जा रहे चीतों के तीसरे खेप को मुकुंदरा हिल्स नेशनल पार्क में रखा जाएगा।
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