बता दें कि मध्यप्रदेश का बहुचर्चित मामल लीना शर्मा हत्याकांड में कोर्ट का फैसला आ गया है। जिसमें 3 दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गयी है। बता दें साल 2016 में दिल्ली में अमेरिकी दूतावास में सहायक प्रबंधक के पद पर कार्यरत लीना शर्मा को उनके मामा और तत्कालीन ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप शर्मा ने अपने दो नौकरों के साथ मिलकर अपनी भतीजी को मौत के घाट उतार दिया था।
सोहागपुर के रहने वाली लीना का डूडादेह गांव में पैतृक जमीन था। जिसका कुछ हिस्सा उसके मामा ने कब्जा कर लिया था। प्रदीप शर्मा ने अपनी भूमि को तार फेंसिंग कराने के लिए प्रताप कुशवाहा से बात की थी। उसी दौरान तार फेसिंग के मामले को लेकर दोनो के बीच विवाद हुआ था। जिसके बाद लीन शर्मा लापता हो गई थी।
लीना शर्मा के लापता होने के बाद उनके मामा प्रदीप शर्मा ने पुलिस में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया था। फिर पुलिस जांच के दौरान जब लीना शर्मा के कॅाल डिटेल को खंगाला गया तो पता चला कि आखिरी बार उसकी बात प्रताप कुशवाह और ऑटो ड्राइवर से हुई थी। जब पुलिस ने उन दोनों से पुछताछ शुरु की तो उसने लीना शर्मा और उसके मामा के विवाद के बारे बताया। जिसके बाद पुलिस ने प्रदीप शर्मा को हिरासत में ले लिया। पूछताछ के दौरान मामा ने बताया कि उसने लीना शर्मा की हत्या कर उसके शव को कामती-रंगपुर के जंगलों में फेंक दिया था।
इस मामले में आरोपी ने बताया था कि शव के पहचान को मिटाने के लिए उसने मृतिका के कपड़े को उतारकर जंगल में जला दिया था । उसके बाद शव के उपर नमक और यूरिया डालकर जंगल में ही दफना दिया था। बता दें शव के पास से अन्य सबूत जैसे घड़ी,जूते भी मिले था।
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