Lokayukta Action in Rewa: आपने कई बार सुना होगा कि इंसान की फितरत कभी बदलती नहीं है, और यह बात मध्यप्रदेश के रीवा की यह घटना सच साबित करती है। लोकायुक्त टीम ने रीवा में पटवारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। पटवारी निर्माण कार्य को लेकर रिश्वत की मांग कर रहा था। इसके पहले भी वर्ष 2013 में आरोपित पटवारी 25 सौ की रिश्वत लेते पकड़ा जा चुका हैष और एक बाक फिर पटवारी को रिश्र्वत लेते पकड़ा गया है।
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दरसअल अनुराग मिश्रा प्रॉपर्टी डीलर ने लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत की थी, कि रतहरा हल्का पटवारी धीरज पांडे निर्माण कार्य में आपत्ति लगाकर रिश्वत की मांग कर रहे हैं। शिकायत के बाद लोकायुक्त टीम ने एकशन लेते हुए जांच शुरू कर दी। जांच करने के बाद बुधवार को आरोपी को रंगेहाथ पकड़ने के लिए योजना बनाकर जाल बिछाया गया।जिसके चलते दोपहर करीब 12 बजे पटवारी धीरज पांडे को लोकायुक्त टीम ने 10 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया है।
2013 में पकड़े गए थे धीरज
यह पहली बार नहीं है कि धीरज पांडे पटवारी ने पहली बार रिश्वत लेते हुए पकड़े गये है। धीरज पांडे इस्से पहले भी 30 दिसंबर 2013 में नामांतरण और ऋण पुस्तिका बनाने के एवज में रिश्वत की मांग करते हुए पकड़े गए थे। लोकायुक्त टीम रीवा ने धीरज पांडे को 25 सौ रिश्वत लेने के र्जुम में गिरफ्तार किया था। जानकारी मिली है कि लोकायुक्त टीम में 12 सदस्य मौजूद थे। जिन्होंने धीरज पांडे को गिरफ्तार किया है।
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