India News MP(इंडिया न्यूज़), Loksabha Elections: लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों के बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव का बेरोजगारी पर दिया गया एक बयान विवादों में आ गया है। उज्जैन में भारतीय जनता युवा मोर्चा के सम्मेलन में सीएम मोहन यादव ने कहा कि अब युवा शक्ति रोजगार नहीं मांगती, बल्कि रोजगार देने का काम करती है। उनके इस बयान पर विपक्षी कांग्रेस ने निशाना साधा है।
क्या कहा यादव ने
सम्मेलन में मौजूद भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या को संबोधित करते हुए सीएम मोहन यादव ने कहा, “अब समय बदल गया है। युवा शक्ति बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध करा रही है। मध्य प्रदेश सरकार स्किल डेवलपमेंट से लेकर युवाओं को नए रोजगार के साधन उपलब्ध कराने के लिए ऋण, भूमि सहित सारी सुविधाएं उपलब्ध करा रही है।”
पूर्व मीडिया प्रभारी ने कहा
सीएम के इस बयान पर पलटवार करते हुए मध्य प्रदेश कांग्रेस के पूर्व मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने कहा, “मध्य प्रदेश में हर साल 5 लाख बेरोजगार बढ़ रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों के आंकड़ों पर नजर डालें तो बेरोजगारों को काफी कम संख्या में सरकारी नौकरी मिली है।”
भ्रष्टाचार का लगाया आरोप ( Loksabha Elections)
मिश्रा ने बीजेपी सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा, “जहां सरकारी वेकेंसी निकलती है, वहां भी भ्रष्टाचार की वजह से योग्य लोगों को रोजगार नहीं मिल पाता है। विधानसभा चुनाव के बाद लोकसभा चुनाव में भी बेरोजगारी बड़ा मुद्दा बन गया है, इसीलिए मुख्यमंत्री को इस पर बयान देना पड़ रहा है।”
बेरोजगारी खत्म करने के लिए बड़े कदम
वहीं, बीजेपी प्रवक्ता आशीष अग्रवाल ने सीएम के बयान का बचाव करते हुए कहा कि बीजेपी की केंद्र की सरकार ने भी बेरोजगारी खत्म करने के लिए बड़े कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा, “कांग्रेस का मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से भी बुरा हाल लोकसभा चुनाव में होने वाला है।”
इस प्रकार, बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार और विपक्ष के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है, जो लोकसभा चुनाव से पहले और तेज हो सकती है।
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