India News MP ( इंडिया न्यूज ), Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh News) के बुरहानपुर जिले में डायरिया की स्थिति गंभीर होती जा रही है। इस महामारी का सबसे ज्यादा असर बच्चों पर दिख रहा है, जिन्हें अस्पतालों में इलाज के लिए जगह की कमी का सामना करना पड़ रहा है। यहां एक ही बिस्तर पर तीन-तीन बच्चों को लिटाकर इलाज किया जा रहा है। वहीं, शहर के 5 वार्डों में फैल चुकी इस बीमारी से रविवार को दो बच्चों की मौत हो गयी।
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नगर निगम कमिश्नर संदीप श्रीवास्तव ने कहा, ”हम नियमित रूप से पानी की सैंपलिंग करा रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई समस्या सामने नहीं आई है। पानी में क्लोरीन की मात्रा अधिक होने पर भी डायरिया नहीं होता है। कोई और कारण भी हो सकता है। हमने इंजीनियरों की चार टीमें भी तैनात की गई हैं जो घर-घर जाकर नलों की जांच कर रही हैं।”
आरएमओ डॉ. भूपेन्द्र गौड़ ने बताया कि एक बच्चे की अस्पताल लाने से पहले ही मौत हो चुकी थी। दूसरे पीड़ित बच्चे को अस्पताल लाने के बाद डॉक्टरों ने उसे दवा दी और घर भेज दिया, लेकिन परिवार वालों का दावा है कि घर पहुंचने के दो घंटे बाद ही उसकी मौत हो गई। पीड़ित बच्चे के परिजनों ने उसे भर्ती करने के लिए भी कहा, लेकिन डॉक्टरों ने अस्पताल में जगह नहीं होने की बात कही और दवा लेकर घर पर ही इलाज कराने को कहा है।
दरअसल, बुरहानपुर (Madhya Pradesh News) में खराब पानी की समस्या बढ़ती जा रही है। लीकेज के कारण नाले का गंदा पानी तेजी से फैल रहा है, जिससे डायरिया की समस्या बढ़ रही है। इस बीच रविवार को कांग्रेस पार्षद और नेता जिला अस्पताल में एकत्र हुए और विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने मेयर और नगर निगम प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की।
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