इंडिया न्यूज ब्यूरो
मध्यप्रदेश में हुआ था शरद यादन का जन्म
1 जुलाई 1947 को मध्य प्रदेश के होशंगाबाद के एक गांव में किसान परिवार में शरद यादव का जन्म हुआ था। जिन्होंने मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और फिर बिहार में अपना राजनीतिक परचम लहराया। उनकी पढ़ाई के समय से ही राजनीति में दिलचस्पी रही और 1971 में इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान जबलपुर मध्यप्रदेश में वो छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गये।
मध्य प्रदेश की जबलपुर लोकसभा सीट से पहली बार सांसद बने
शरद यादव पहली बार 1974 में मध्य प्रदेश की जबलपुर लोकसभा सीट से सांसद चुने गये। यह जेपी आंदोलन का समय था और जेपी ने उन्हें पहला उम्मीदवार चुना था। दरसअल उस वक्त वक्त मध्य प्रदेश के जबलपुर से कांग्रेस सांसद की अचानक मृत्यु हो गई और जयप्रकाश नारायण ने उपचुनाव में कांग्रेस के मुकाबले एक युवा छात्र को संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारने का फैसला किया था।
1977 में भी वह इसी लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर संसद में पहुंचे। उस वक्त वह युवा जनता दल के अध्यक्ष थे। 1986 में वह राज्यसभा से सांसद चुने गये और 1989 में यूपी की बदाऊं लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर तीसरी बार संसद पहुंचे।
राजनीतिक सफर हुआ ख्तम
पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव का अंतिम संस्कार कल 14 जनवरी को मध्य प्रदेश के होशंगाबाद स्थित उनके पैतृक गांव बंदाई में किया जाएगा। आज यानी 13 जनवरी को उनके पार्थिव शरीर को सुबह 10 बजे से अंतिम दर्शन के लिए उनके दिल्ली स्थित आवास 5 A वेस्टेंड, छतरपुर फार्म, नई दिल्ली में रखा जाएगा। शरद यादव की बेटी और उनके दामाद ने इस संबंध में जानकारी दी है।
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