India News MP (इंडिया न्यूज), Modi Oath Ceremony 3.0: इस साल लोकसभा चुनाव 2024 का परिणाम बीजेपी के लिए थोड़ा चौकाने वाला रहा है। पार्टी का कुछ राज्यों में बहुत खराब प्रदर्शन रहा है, जिसमे उत्तर प्रदेश और बिहार है। इन दो राज्यों में साल 2019 की अपेक्षा कम सीटे मिली। जबकि मध्य प्रदेश, हिमांचल समेत कुछ राज्यों में फुल में फुल नंबर मिले। आज पीएम मोदी अपने तीसरे कार्यकाल की शपथ ले रहे है। ऐसे में मंत्री कौन बनेगा? इस बात की चर्चा भी तेज है। ऐसे में मध्य प्रदेश के तीन बड़े नेता शिवराज, सिंधिया और सावित्री ठाकुर के नाम के आसार भी लगाए जा रहे है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मध्यप्रदेश से शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया के बाद सांसद सावित्री ठाकुर को फोन आया जो मध्य प्रदेश से तीसरी मंत्री बन सकती है। बता दे, सावित्री ठाकुर आदिवासी वर्ग से आती है। ये दूसरी बार धार लोकसभा से चुनकर आई है। सावित्री ठाकुर के मंत्री बनने की खबरों के बाद फग्गन सिंह कुलस्ते मंत्री की दौड़ से बाहर हो गए है। आइए जानते है इन तीनों का राजनीतिक सफर कैसा रहा है।
इनका जन्म 5 मार्च 1959 को हुआ था। साल 2020 से मध्य प्रदेश के 17वें मुख्यमंत्री के रूप में कार्यरत थे। साल 2006 से बुधनी से मध्य प्रदेश विधानसभा के सदस्य रहे हैं। शिवराज मध्य प्रदेश के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे है। साल 2019 से 2020 तक बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे हैं। फिर 2000 से 2002 तक वह भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। विदिशा से वर्ष1991 से 2005 तक लोकसभा सदस्य भी रहे। साल 1972 में 13 वर्ष की आयु में वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में शामिल हो गए।
शिवराज को वर्ष 1975 में मॉडल स्कूल छात्र संघ का अध्यक्ष चुना गया। 1976 से 1977 तक आपातकाल के खिलाफ आंदोलन किया जिसमे वो भोपाल जेल में बंद रहे। वो पहली बार 1990 में बुधनी निर्वाचन क्षेत्र से राज्य विधानसभा के लिए चुने गए। साल 1991 में 10वीं लोकसभा में वो विदिशा निर्वाचन क्षेत्र से पहली बार संसद सदस्य चुने गए। यहां से उनकी राजनीतिक करियर की शुरुआत हुई। 11वीं लोकसभा के लिए वर्ष 1996 में वो पुनः चुने गए। 1996 से 1997 तक वे शहरी एवं ग्रामीण विकास समिति के सदस्य रहे। 12वीं लोक सभा के लिए वर्ष 1998 में वो तीसरी बार निर्वाचित हुए।
पुनः 13वीं लोकसभा में उनका चौथा कार्यकाल शुरू हुआ। इस दौरान वो कृषि संबंधी समिति के सदस्य रहे। साल 2000 से 2003 तक वे भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। साल 2000- 2004 तक वे संचार मंत्रालय की परामर्शदात्री समिति के भी सदस्य रहे। 14वीं लोकसभा में लगातार वो 5वीं बार फिर से चुना गया।
शिवराज सिंह चौहान को 30 नवंबर साल 2005 में राज्य भाजपा अध्यक्ष के रूप में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया था। उसके बाद लगातार वो 6 बार मुख्यमंत्री रहे। साल 2023 को मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाया गया है। शिवराज सिंह को एक बार फिर केंद्र में बुलाया गया। इस साल लोकसभा चुनाव में विदिशा से शिवराज सिंह ने जीत हासिल की और अब मोदी कैबिनेट में मंत्री की बात चल रही है।
1 जनवरी 1971 को बॉम्बे में ज्योतिरादित्य सिंधिया का जन्म हुआ। 30 सितंबर 2001 को यूपी में एक हवाई जहाज दुर्घटना हुई जिसमे सांसद माधवराव सिंधिया की मृत्यु हो गई। जिसके बाद गुना का सीट खाली हो गया। फिर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने औपचारिक रूप से कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की और साल 2002 में लोकसभा चुनाव जीता। इसके बाद साल 2004 में 14 वीं लोकसभा में चुने गये थे। उस दौरान विदेश मामलों की समिति के सदस्य रहे। साल 2008 में सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय राज्य मंत्री चुने गए।
15वीं लोकसभा में एक बार फिर साल 2009 में वो सांसद बने और उद्योग और केंद्रीय वाणिज्य राज्य मंत्री बने। पुनः साल 2012 में केंद्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री का पद संभाला। साल 2019 तक वो कुल 4 बार संसद बने। ज्योतिरादित्य सिंधिया साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के कृष्ण पाल सिंह यादव से हार गये। जिसके बाद 9 मार्च 2020 को उन्होंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा दे दिया। 11 मार्च 2020 को उन्होंने भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर ली। इस साल 2024 के लोकसभा चुनाव में वो गुना से बीजेपी के उम्मीदवार बने और पुनः जीत गए।
साल 2004 में सावित्री ठाकुर ने अपने करियर की शुरूआत की। साल 2004 में वो जिला पंचायत अध्यक्ष के कार्यभार को संभाला। सवित्री के परिवार से कोई भी राजनीति में नहीं है। उन्होंने पूरी पहचान अपने दम पर बनाई है। राजनीति से पहले वो सामाजिक काम करती थीं। धार के मौजूदा सांसद छतर सिंह दरबार का टिकट काटकर इस बार बीजेपी ने सावित्री ठाकुर को दूसरी बार प्रत्याशी बनाया और उन्होंने जीत हासिल की। इससे पहले वे 2014 में बीजेपी के तरफ से जीतकर लोकसभा में धार का नेतृत्व किया था।
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