India News MP (इंडिया न्यूज़), MP Crime: मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले से एक विचलित करने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक जेल प्रहरी ने कथित तौर पर एक बंदी का लगभग चार महीनों तक यौन शोषण किया। इस घटना ने सवालिया निशान लगा दिया है कि क्या जेलें भी अब सुरक्षित नहीं रह गई हैं और कानून के रखवालों पर भरोसा करना कितना उचित है।
इन धाराओं पर मामला दर्ज
जानकारी के अनुसार, एक बंदी ने आगर मालवा जेल के प्रहरी रूप सिंह जाधव पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है। बंदी ने शिकायती आवेदन न्यायालय में दायर किया था, जिसके बाद न्यायालय के प्रतिवेदन पर आगर कोतवाली थाने में जाधव के खिलाफ अपराध संख्या 203 में धारा 377 (अप्राकृतिक अपराध), 294 (अश्लील हरकत), और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
चार महीनों तक की गई हैवानियत (MP Crime)
बंदी ने अपनी शिकायत में दर्दनाक बयान दिया है कि जाधव ने लगभग चार महीनों तक उसके साथ दुष्कर्म किया। यह घटना न केवल बंदी के मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन है, बल्कि कानून प्रवर्तन एजेंसियों और न्याय प्रणाली पर भी सवाल खड़े करती है।
शर्मसार करने वाली है घटना
मामले की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आगे की कार्रवाई की जा रही है। हालांकि, यह घटना सुरक्षा और न्याय प्रणाली में व्याप्त कमियों को उजागर करती है। समाज को इस तरह की घिनौनी घटनाओं से निपटने के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि किसी भी व्यक्ति को अपने अधिकारों से वंचित न किया जा सके।
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