India News (इंडिया न्यूज़), MP ELECTION 2023: मध्यप्रदेश में विधानसभा होने में कुछ समय ही बाकी रहा है। पार्टीयां एक दूसरे के साथ आरोप-प्रत्यारोप में लगी है। हर दिन कुछ न कुछ पक्ष और विपक्ष से सुनने को मिलते हैं। कभी कोई कीसी को बुजुर्ग कहता है। वहीं कभी कोई कीसी को सांप। सारी पार्टीयां जमीन पर उतर कर जनता का हाल जाननें में लगी है। साथ ही साथ जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है। अलग-अलग पार्टीयो द्वारा अलग-अलग योजनाएं लाई जा रही है।
सत्ता वापसी को लेकर पीसीसी चीफ कमलनाथ ने दिग्विजय सिंह के उपर हारी हुई 66 सीटों का बोझ दिया है। जिसे लेकर दिग्विजय सिंह बीते 17 फरवरी से दौरे पर लगें हैं। पीसीसी ने उन 66 सीटों को टारगेट किया है, जहां बीजेपी ने अपना कब्जा जमा रखा है। 17 फरवरी से चल रही दिग्विजय सिंह की यात्रा 2 जून को खत्म होगी। कांग्रेस इस कोशिश में लगी है की उन 66 सीटों में कम से कम 33 सीटों पर कब्जा कर सके।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह इन सीटों पर वापसी के लिए ना केवल जनता से मिल रहें हैं बल्कि अपनी पार्टी के कार्यक्रताओं को एकजुट करनें में लगे हैं। हर हार हुई सीटों पर पहुंच कर दिग्विजय अपने एक-एक कार्यक्रताओं से मिलकर बात की है।
साथ ही साथ उस सीट पर कैसे वापसी किया जा सकता है इसकी रणनीति बनानें में लगे हैं। पार्टी के कार्यक्रताओं में अगर कोई मनमुटाव है तो उसे समझने और सुलझाने की कोशिश की जा रही है। दिग्विजय सिंह ने अपने कार्यक्रताओं को समझाया है कि आपसी मनमुटाव का परिणाम पिछले चुनाव में देखने को मिला था।
दिग्विजय सिंह का अबतक बैरसिया, गोविंदपुरा, बुधनी, सीहोर, आष्टा, टिमरनी, रामपुर बघेलान, रीवा, मनगवां, त्योंथर, दतिया, शिवपुरी, गुना, बमोरी, ग्वालियर, शमशाबाद, कुरवाई, बीना, खुरई, सुरखी, सागर, नरयावली, रहली, हटा, पथरिया, शुजालपुर, सुसनेर, उज्जैन उत्तर, उज्जैन दक्षिण, बदनावर, रतलाम, सुवासरा, मंदसौर,नीमच और जावद का दौरा पूरा कर चुकें हैं। इनका दौरा अभी 2 जून तक चलने वाला है।
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