India News (इंडिया न्यूज़), MP Election 2023: मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले की SDM निशा बांगरे एक बार फिर चर्चा में आ गई हैं। राज्य सरकार ने मंगलवार को उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया है। लेकिन चर्चे की वजह उनका इस्तीफा मंजूर होना नहीं है, बल्कि मंजूरी से ज्यादा इसकी टाइमिंग है कि उनका इस्तीफा कांग्रेस की तरफ से एमपी की आमला विधानसभा सीट से अपना प्रत्याशी घोषित करने के एक दिन बाद मंजूर किया गया है।
बता दें कि निशा बांगरे एमपी की रहने वाली हैं। वह मध्य प्रदेश राज्य के छतरपुर जिले की (IAS) डिप्टी कलेक्टर थीं। हालांकि अब उन्होंने अपने पद से इस्तीफा देते हुए सरकार से त्यागपत्र स्वीकार करने के लिए निवेदन किया था।
साथ ही बता दें निशा बांगरे का जन्म मध्य प्रदेश के बालाघाट में हुआ था। 2010 से 2014 के बीच निशा बांगरे ने विदिशा के इंजीनियरिंग कॉलेज से पढ़ाई की। इसके बाद अमेरिका की बहुराष्ट्रीय कंपनी में नौकरी कर अपने करियर की शुरुआत की। हालांकि बाद में उन्होंने प्रशासनिक सेवा में शामिल होने का निर्णय लिया। 2016 में मध्य प्रदेश PSC की परीक्षा दी। PSC परीक्षा में पास होने पर उनका चयन डिप्टी कलेक्टर के पद पर हुआ।
निशा राज्य शासन 2018 बैच की अधिकारी रही हैं। छतरपुर जिले की SDM बांगरे ने अपनी नौकरी से इस्तीफा देकर चुनाव लड़ना चाहती हैं। नियम अनुसार चुनाव लड़ने के लिए उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना था, लेकिन उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया। इसके अलावा उन पर विभागीय जांच भी बिठाई गई है।
इसके साथ निशा बांगरे ने अपने इस्तीफे की मांग को लेकर कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया। हाई कोर्ट की दखल के बाद निशा बांगरे को राहत मिली। सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के आदेश पर शिवराज सरकार व सामान्य प्रशासन विभाग ने लंबे समय बाद निशा बांगरे का त्याग पत्र स्वीकार किया गया। अब विभागीय जांच भी समाप्त कर दी है।
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