मध्यप्रदेश: मध्यप्रदेश में आए दिन हर एक संगठन सरकार के खिलाफ धावा बोलकर प्रदर्शन कर रहा है एवं अपनी मांगों को मनवाने के लिए अलग-अलग तरह के तरीके को अपनाकर अपना ध्यान आकर्षित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। इसी बीच मध्य प्रदेश की आशा एवं आशा सहयोगिनी श्रमिक संघ ने हरदा जिला मुख्यालय पर थाली बर्तन बजाकर जिला अस्पताल से कलेक्टर कार्यालय तक अपना विरोध दर्ज किया।
प्रदर्शन के दौरान आशा एवं आशा सहयोगिनी के द्वारा ORS का घोल पिलाओ , मामा जी को होश मिलाओ का नारा भी दिया ताकि प्रदेश सरकार के मुखिया शिवराज सिंह चौहान होश में आ जाएं और हमारी स्थिति को जानकर हमारा वेतनमान बढ़ाएं।
राज्य सरकार से न्याय पूर्ण वेतन दिए जाने की मांग की
सरकार के इस संवेदनहीन रवैया को लेकर आशा एवं आशा सहयोगिनी का कहना है कि उन्हें 10000 आशा को एवं पर्यवेक्षक को 15000 रुपए वेतन देने की मांग की है। उन्होंने राज्य सरकार की ओर से न्याय पूर्ण वेतन दिए जाने की मांग को लेकर 15 मार्च से प्रारंभ आशा एवं उषा पर्यवेक्षकों की प्रदेश व्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल की बात की है एवं सरकार के इस रवैया पर खेद व्यक्त किया है।
हड़ताल के कारण स्वास्थ्य विभाग से जुड़े काम हो रहे हैं प्रभावित
साथ में उन्होंने यह भी कहा कि अन्य राज्यों की सरकार ने भी आशा एवं पर्यवेक्षकों को वर्षों से अन्य राज्य सरकारों द्वारा अपनी ओर से वेतन देकर राहत पहुंचा रही है। लेकिन मध्य प्रदेश सरकार पिछले 16 वर्षों से कुछ भी नहीं दे रही हैं। जबकि हमें स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी एवं शासन स्तर के अन्य काम भी रात दिन करने पड़ते हैं । उसके पश्चात भी हमारा वेतनमान अभी भी समय पर नहीं मिल पाता। आशा एवं पर्यवेक्षकों की हड़ताल के कारण स्वास्थ्य विभाग से जुड़े सारे काम प्रभावित हो रहे हैं।