India News MP ( इंडिया न्यूज ), MP Gov. Teachers: डिंडौरी जिले के सरकारी स्कूलों के शिक्षक अपनी मर्ज़ी के मालिक हो गए हैं। मेहदवानी ब्लॉक से शिक्षकों की लगातार शिकायतें मिलने के बाद आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त ने जांच के आदेश दिए। सोमवार को भेजी गई रिपोर्ट में 15 शिक्षक शराबी पाए गए, 8 शिक्षकों की दो पत्नियां हैं, और कई शिक्षक सालों से लापता हैं लेकिन तनख्वाह ले रहे है ।
सहायक आयुक्त संतोष शुक्ला ने 28 जून को 7 ब्लॉकों के शिक्षा अधिकारियों की मीटिंग बुलाकर शराबी और 2 पत्नियों वाले शिक्षकों की जानकारी मांगी थी। खितौली प्राथमिक पाठशाला के शिक्षक गेंद सिंह तेकाम को 1 साल पहले सड़क पर नशे की हालत में पाया गया। ऐसे ही 15 शिक्षक शराबी पाए गए, जिनमें बहादुर सिंह मरकाम, मोहन सिंह मरावी, भद्दे सिंह मरावी, और कई अन्य शिक्षक भी शामिल हैं।
स्कूल से गायब रहने वाले शिक्षकों में मेवा लाल 2005 से ही गायब हैं, जबकि अन्य शिक्षक भी 5 साल से ज्यादा समय से स्कूल नहीं गए। इनमें अर्जुन सिंह धुर्वे, रविंद्र मसराम, प्रदीप कुमार मार्को, और अन्य शामिल हैं।
मेहदवानी विकासखंड शिक्षा अधिकारी एचएस मसराम द्वारा जारी की गई लिस्ट में एक शिक्षिका के 2 पतियों की गलत जानकारी दी गई थी, जिसे बाद में लिखावट में गलती बताकर सुधार लिया गया।
सहायक आयुक्त संतोष शुक्ला ने बताया कि शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। करीब 2 साल पहले कलेक्टर विकास मिश्रा के सामने भी एक शराबी शिक्षक ने बदसलूकी की थी।
समनापुर के एक सरकारी स्कूल में एक हेड मास्टर ने शराब पीकर बच्चों को पीटा और कहा कि स्कूल मॉडल स्कूल बनने वाला है, इसलिए बच्चों को ठीक से पढ़ना होगा। यह घटना पिछले साल की है।
इस प्रकार की घटनाएं बताते हैं कि डिंडौरी जिले के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की लापरवाही और अनुशासनहीनता गंभीर चिंता की बात है। अधिकारियों द्वारा की जा रही कार्रवाई से उम्मीद है कि स्थिति में सुधार होगा।
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