बुधनी: प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने को लेकर सरकार के द्वारा कई प्रकार से कदम उठाए जा रहे हैं वहीं सीएम शिवराज सिंह चौहान के गृह क्षेत्र बुधनी में स्वास्थ्य सेवाएं दम तोड़ती नजर आ रही है ऐसा ही एक ताजा मामला सामने आया है बुधनी स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का जहां डाक्टरों की लापरवाही से मासूम को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा वहीं इस मामले में परिजनो ने 181 पर शिकायत कर कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है ।
आपको बता दें दिनाक 11/02/2023 को शाहगंज क्षेत्र के ग्राम ग्वाडिया में रहने वाले सियाराम बेलदार की पत्नी को परिजन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शकुंतला मरीज को लेकर बुधनी स्वास्थ्य केंद्र डिलेवरी के लिए भर्ती कराया गया था जिसमे स्वास्थ्य केंद्र में महिला की नार्मल डिलेवरी करवाई गई थी।
डॉक्टर के द्वारा नहीं किया गया बच्चे का स्वास्थ्य परीक्षण
डिलेवरी के उपरांत 12 घंटे के अंदर शाम को बच्चे की तबियत बिगड़ी जिसको लेकर परिजनो ने स्वास्थ्य केंद्र में मौजूद स्टॉफ को बताया कि शिशु की हालत गंभीर है आप आकर देख लें बार बार बुलाने के बाद भी मौजूद डॉक्टर और स्टाफ के द्वारा बच्चे का स्वास्थ्य परीक्षण नहीं किया गया देर रात में बच्चे की स्थिति बिगड़ती देख परिजन के बार बार बुलाने पर देर रात में डॉक्टर ने नवजात शिशु को देखकर उसे जिला अस्पताल नर्मदापुरम के लिए एंबुलेंस 108 से रिफर किया जहां डाक्टरों द्वारा जांच करने के उपरांत पता चला पहले ही नवजात शिशु दम तोड चुका था।
वहीं इस मामले में बीएमओ आर एस मीना मामले को गंभीरता से लेकर उचित कार्यवाही करने की बात कही है। पूर्व में भी बुधनी स्वास्थ्य केंद्र में भारी लापरवाही और अनिमिताओ को लेकर कई मामले सामने आए थे उसके बावजूद इस और ध्यान न देना चिन्ता का विषय बना हुआ है।