MP NEWS: पांचवे खेलो इंडिया यूथ गेम्स की मेजबानी मध्यप्रदेश करेगा। गेम्स का आयोजन प्रदेश के 8 शहरों में किया जाएगा।आज (गुरुवार) दिल्ली में आयोजित खेल अलंकरण समारोह एवं खेलो इंडिया प्रोग्राम में सीएम शिवराज सिंह चौहान शामिल हुए और कार्यक्रम को संबोधित किया।
केंद्रीय खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री @ianuragthakur जी ने दिल्ली में आयोजित खेल अलंकरण समारोह में #KheloIndia यूथ गेम्स-2022 की मशाल मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj को सौंपी। इस दौरान श्री @NisithPramanik जी व श्रीमती @yashodhararaje जी उपस्थित रहीं। #KIYGInMP pic.twitter.com/MSzWwtFvQL
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) October 20, 2022
इस मौके पर खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2022 की आधिकारिक घोषणा भी की गई। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री निसिथ प्रामाणिक, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, मध्यप्रदेश की खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया उपस्थित रहीं। वहीं, कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के कलाकारों द्वारा मलखंभ का प्रदर्शन किया गया।
हमारी कोशिश होगी जो विश्वास माननीय प्रधानमंत्री जी ने मध्यप्रदेश पर किया है हम उस विश्वास की कसौटी पर खरे उतरें और ऐसा भव्य आयोजन हो कि दुनिया देखती रह जाए: CM#KIYGInMP #KheloIndia pic.twitter.com/Ay8pRRe4rZ
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) October 20, 2022
बता दें कि साल 2018 में पहली बार खेलो इंडिया यूथ गेम्स का आयोजन हुआ था. अभी तक दिल्ली, पुणे (महाराष्ट्र), गुवाहाटी (असम), पंचकुला (हरियाणा) में यूथ गेम्स का आयोजन हो चुका है. खेलो इंडिया यूथ गेम्स में 30 खेलों में करीब 7 हजार खिलाड़ी भाग लेंगे. नेशनल गेम्स की तर्ज पर खेलो इंडिया यूथ गेम्स की शुरुआत की गई थी. यह एक मल्टी स्पोर्ट्स इवेंट है और इस आयोजन में 22 साल से कम उम्र के खिलाड़ी ही भाग लेते हैं. यूथ गेम्स की वजह से ही देश को कई स्टार खिलाड़ी मिले हैं, जिनमें मनु भाकर, सौरभ चौधरी, मेहुली घोष, हिमा दास, उन्नति हुड्डा, आकर्षि कश्यप आदि का नाम शामिल है.
खेलो इंडिया को भारत सरकार ने साल 2017 में जमीनी स्तर पर बच्चों के साथ जुड़कर भारत में खेल की भावना को पुनर्जीवित करने के लिए शुरु किया था। इस पहल ने विभिन्न खेलों के लिए देश भर में खेल के बेहतर बुनियादी ढांचे और विभिन्न खेल अकादमी के निर्माण पर भी ध्यान केंद्रित किया। इस दौरान खेलो इंडिया यूथ गेम्स (KIYG) और खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स (KIUG) को वार्षिक आयोजनों के रूप में आयोजित किया जाने लगा।