ग्राम कोटड़ा में 9 वर्षीय नाबालिग की हत्या उसके मामा ने ही की थी। पुलिस ने शुक्रवार को घटना का खुलासा किया। आरोपी मामा रात के समय बालिका को शौच कराने ले गया था, तभी उसकी नियत खराब हुई और उसने बालिका के साथ खोटा काम किया। इसके बाद बालिका बेहोश हो गई तो उसने गला दबाकर उसे मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल, फरियादी एवं उसकी पत्नी अपने तीन बच्चों के साथ ग्राम कोटडा उसके साडु बदिया के भाई की लड़की की शादी में आये थे। दिनांक 29.03.2023 की रात में शादी में नाच गाने के दौरान उसकी बड़ी लड़की उम्र 09 वर्ष कहीं गुम हो गई। बालिका की तलाश आसपास के क्षेत्र एवं ग्राम कोटडा में देर रात तक की गई लेकिन कहीं कोई पता नहीं चला।
सुबह जब बालिका को ढुंढते हुए ग्राम कोटडा में नदी तरफ गये तो नदी किनारे पेड के नीचे झाडियों में फरियादी की लड़की पड़ी हुई दिखी। जिसको पास जाकर देखा तो लड़की के गले में काले निशान थे और मुंह व नाक से खून निकला हुआ था।
उक्त सूचना पर पुलिस टीम द्वारा तत्काल घटनास्थल का बारिकी से निरीक्षण किया गया। मृतक बालिका के शव का पीएम डॉक्टरों के पेनल के द्वारा किया गया। जिस पर थाना कोतवाली में मर्ग कायमी उपरांत हत्या का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
मृतक बालिका की हत्या जैसे सनसनीखेज घटना को देखते हुए पुलिस अधीक्षक झाबुआ अगम जैन द्वारा संपूर्ण घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक प्रेमलाल कुर्वे एवं एसडीओपी झाबुआ सुश्री बबिता बामनिया के नेतृत्व में विभिन्न टीमें बनाकर संपूर्ण घटनाक्रम के खुलासे की जिम्मेदारी दी गई।
उक्त पुलिस टीमों द्वारा बालिका की हत्या के खुलासे हेतु घटना की जांच हर पहलू पर की जा रही थी। पुलिस टीम द्वारा मृतक बालिका के परिजनों एवं रिश्तेदारों से पुछताछ की गई। जांच में वैज्ञानिक एवं तकनीकी साधनों का उपयोग भी किया गया। इसके साथ ही घटनास्थल के आसपास के क्षेत्र में भी पुछताछ की गई। जब मृतक बालिका के मामा अपचारी के कथन लिये गये तो उसके द्वारा दिये गये कथनों में व जांच में आये पहलुओं में कुछ अंतर पाया गया। जिसके आधार पर बड़ी ही सूझबूझ से पुछताछ की गई तो उसने सारा राज उगल दिया।
उसके द्वारा बताया गया कि मृतक बालिका को रात में शौच के लिये जाना था तो आरोपी अपचारी उसको शौच कराने लेकर गया। जहां पर शौच के उपरांत आरोपी अपचारी ने उसके साथ खोटा काम किया। इस दौरान मृतक बालिका बेहोश हो गई, जिसके डर से आरोपी अपचारी ने गला दबाकर बालिका की हत्या कर दी और नदी किनारे झाड़ियों में उसके शव को छिपा कर वहां से भाग गया।
संपूर्ण घटनाक्रम का खुलासा करने में निरी. सुरेन्द्र सिंह गाडरिया, चौकी प्रभारी पिटोल उनि पल्लवी भाबर, उनि श्याम कुमावत, सउनि प्रवीण, सउनि अमित, प्रआर 341 जितेंद्र सांकला प्रआर. रमेश, आर. अजीत, आर. गमतु,आर.237 प्रकाश आर.118 अनसिंह आर.141 प्रेमसिंह आर.159 राकेश सैनिक अंतर आर. रतन, आर. 98 मंगलेश पाटीदार का सराहनीय योगदान रहा।