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MP NEWS: कन्यादान विवाह योजना का लाभ लेने से पहले कराना होगा प्रेग्नेंसी टेस्ट, कमलनाथ ने कसा तंज

• LAST UPDATED : April 23, 2023

मध्यप्रदेश के डिंडौरी जिले के बजाग विकास खंड के गाड़ासरई में आयोजित मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह योजना के तहत आयोजित सामूहिक विवाह में कन्याओं के स्वास्थ्य परीक्षण के नाम पर प्रेग्नेंसी टेस्ट कराये जाने का मामला सामने आया है। क्षेत्रीय कांग्रेस विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमकार मरकाम ने आरोप लगाया है की जिला प्रशासन के द्धारा मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में लड़कियों का मेडिकल परीक्षण के नाम पर कौमार्य परीक्षण किया जा रहा है। इस बात को लेकर उन्होंने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है।

  • कमलनाथ का बयान
  • मंत्री ने की शिकायत
  • कन्या का आरोप
  • स्वास्थ्य विभाग का जवाब

कमलनाथ का बयान

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस मामले मे ट्वीट करते हुए कहा कि “शिवराज सरकार में मध्य प्रदेश पहले ही महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार के मामले में देश में अव्वल है। मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि पूरे मामले की निष्पक्ष और उच्च स्तरीय जांच कराएं और दोषी व्यक्तियों को कड़ी से कड़ी सजा दें। यह मामला सिर्फ प्रेगनेंसी टेस्ट का नहीं है, बल्कि समस्त स्त्री जाति के प्रति दुर्भावनापूर्ण दृष्टिकोण का भी है।”

मंत्री ने की शिकायत

ओमकार मरकाम का कहना है की यदि सरकार ने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में कौमार्य परीक्षण करने को लेकर अगर कोई गाइडलाइन या नियम बनाया है, तो उसे सार्वजनिक किया जाना चाहिए। उन्होंने इस तरह के परीक्षण को युवतियों का अपमान बताया है।

जिला प्रशासन के द्धारा मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत 219 जोड़ों का विवाह गाड़ासरई में बड़े ही धूमधाम से कराया गया है । जिसके बाद इस सामूहिक विवाह समारोह में लड़कियों के स्वास्थ्य परीक्षण के नाम पर प्रेग्नेंसी टेस्ट कराये जाने के आरोपों के बाद तरह-तरह के सवाल खड़े होने लगे हैं।

कन्या का आरोप

बछरगांव निवासी कन्या ममता तेकाम का कहना है कि उसने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में विवाह कराने के लिए फ़ार्म भरा था। जिसके बाद बजाग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उसका स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। वहीं ममता ने प्रेग्नेंसी टेस्ट को आपत्तिजनक बताते हुए इसे अपमानित करने वाला व्यवस्था बताया है। उन्होंने कहा कि बैगर किसी जानकरी के उसका नाम सूची से हटा दिया गया ।

ग्राम पंचायत बछरगांव की सरपंच मेदनी मरावी ने भी मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में लड़कियों के प्रेग्नेंसी टेस्ट कराने को लेकर सवाल खड़े किये हैं।

स्वास्थ्य विभाग का जवाब

जब इस सम्बंध में स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी से स्वास्थ्य परीक्षण के नाम पर लड़कियों के प्रेग्नेंसी टेस्ट को लेकर सवाल किया गया तो पहले तो साहब गोलमोल जवाब देते हुए दिखे लेकिन बाद में वो भी प्रेग्नेंसी टेस्ट की बात को न सिर्फ कबूला बल्कि उनका यह कहना था की जो उन्हें निर्देश प्राप्त हुए थे उसका पालन किया गया है।

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