India News(इंडिया न्यूज़),MP News: अयोध्या में श्रीराम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम 22 जनवरी को होने वाला है। ये आमंत्रण अस्वीकार करने को लेकर बीजेपी नेताओं ने कांग्रेस को जमकर घेरा है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कहा कि इससे कांग्रेस का सनातन और रामविरोधी चेहरा सामने आया है। 500 साल के इंतजार के बाद आयोध्या में भव्य राम मंदिर में श्री राम विराजमान हो रहे है। जिसे लेकर देश का हर नागिक उत्साहित है तो कांग्रेस निराश हैं।
इस पर कांग्रेस नेताओं ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस सनातन विरोधी है तो शंकराचार्यों ने इस कार्यक्रम में भाग लेने से क्यों मना कर दिया है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि कांग्रेस केवल तुष्टीकरण की गारंटी है। 22 जनवरी को रामलला विराजमान होंगे। देश के लिए यह उत्साहित और गौरव की बात है।
500 साल के इंतजार और लाखों लोगों के बलिदान के बाद रामलला भव्य राममंदिर में विराजमान होंगे। पूरे देश में घर घर जाकर पीले चावल दे रहे हैं। पूरा समाज उत्साहित है लेकिन कांग्रेस निराश है। कांग्रेस के सनातन विरोधी और राम विरोधी चेहरे को उजागर करता है।
भाजपा के आरोपों पर पलटवाल करते हुए कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने कहा कि जब सनातन धर्म में हमारे चारों पीठ के पूज्य शंकराचार्य मौजूद हैं तो प्राण प्रतिष्ठा पीएम मोदी के हाथों क्यों हो रहा है। रामनवमी पर प्राण प्रतिष्ठा क्यों नहीं हो सकती है क्योंकि तब लोकसभा के चुनाव नहीं होंगे। बीजेपी की नजर में कांग्रेस सनातन, राम विरोधी और तुष्टीकरण की गारंटी है तो चारों पीठों के शंकराचार्यों ने कार्यक्रम में भाग लेने से मना क्यों कर दिया है।
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