हरदा जिले में लोगों को उनके कार्य के लिए कोई समस्या ना हो एवं जनता की हर समस्या का जल्द से जल्द निराकरण करने की पहल हमेशा से हरदा कलेक्टर ऋषि गर्ग की मंशा रही है और उसके लिए जिला कलेक्टर जाने भी जाते हैं। जनता को कोई समस्या ना हो इसलिए कलेक्टर गांव गांव चौपाल लगाकर नए नए नवाचार करके लोगों की समस्या से रूबरू होकर उनका निराकरण करते हैं।
इस वजह से बनाया निशुल्क आवेदन डेस्क
इसी बीच डीएम ने जनसुनवाई केंद्र में आने वाले दूर-दूर से फरियादियों की फरियाद सुनने के लिए निशुल्क आवेदन बनवाने के लिए डेस्क रखा है। ताकि दूरस्थ ग्रामीण अंचलों से आने वाले लोगों के लिए समय और पैसा बर्बाद ना हो इसलिए निशुल्क पहल की गई। जिसका लोगों को अच्छा लाभ मिल रहा है और जनता कलेक्टर की इस पहल से बहुत ही खुश है और जमकर तारीफ में कर रही है।
फरियादियों को जन सुनवाई केंद्र पहुंचने में हो जाती थी देरी
दरअसल निशुल्क डेस्क लगाने के उद्देश्य में कलेक्टर ऋषि गर्ग की मंशा यह थी कि जो दूरस्थ ग्रामीण अंचलों से जनसुनवाई केंद्र में आते हैं, वह आवेदन टाइप करवाने के लिए कोर्ट कचहरी एवं अन्य दुकानों पर जाकर पैसा व समय खराब करते थे। जिससे फरियादियों को समय पर जन सुनवाई केंद्र पहुंचने में देरी हो जाती थी। इसके लिए उन्होंने स्वयं पहल करके निशुल्क डेस्क बनाया है । जिसमें लोग अपनी समस्याएं बताते हैं और आवेदन टाइप होकर कलेक्टर के समक्ष फरियादी अपनी फरियाद लेकर पहुंच जाते हैं। जिससे दूरस्थ रह रहे लोगों की समस्या भी जल्द ही समाप्त हो जाती है। इस पहल को लेकर लोगों ने कलेक्टर ऋषि गर्ग को धन्यवाद किया है।
छात्र और बच्चों के लिए की टॉफी की व्यवस्था
इधर दूसरी तरफ कलेक्टर ऋषि गर्ग ने छात्र और बच्चों के लिए टॉफी की व्यवस्था भी रखी है । इस संबंध में कलेक्टर ऋषि गर्ग ने कहा कि कई बार दूरस्थ ग्रामीण अंचलों से छोटे बच्चे और अन्य कई छात्र अपनी समस्या लेकर जनसुनवाई केंद्र में पहुंचते हैं तो उनको यहां का माहौल अच्छा लगे इसके लिए उन्हें टॉफी देकर खुश रखा जाता है। आला अधिकारियों सहित कलेक्टर की कार्यप्रणाली को बच्चे और छात्र जैसे फरियादी उनके द्वारा जनसुनवाई केंद्र में उनकी बात को समझने में आसानी हो और वह खुशी से अपनी समस्याओं का निराकरण करवा कर घर की ओर पहुंचे।