होम / MP News: अब 50 की उम्र वाले डॉक्टर भी बन सकेंगे टीचर, मध्य प्रदेश में भर्ती की आयु बदलने की तैयारी

MP News: अब 50 की उम्र वाले डॉक्टर भी बन सकेंगे टीचर, मध्य प्रदेश में भर्ती की आयु बदलने की तैयारी

• LAST UPDATED : August 8, 2024

India News MP ( इंडिया न्यूज ), MP News: मध्य प्रदेश की चिकित्सा व्यवस्था में बड़े बदलाव की तैयारी की जा रही है। सरकार द्वारा संचालित सभी मेडिकल कॉलेजों में मेडिकल टीचर्स की भर्ती के नियमों में यह  बदलाव किये जाने हैं। बदलाव के प्रस्ताव के अनुसार सहायक प्राध्यापकों की भर्ती करने में आयु की सीमा में बढ़ोतरी करने की बात की जा रही है। पहले भर्ती के दौरान इस पद पर आयु सीमा 40 वर्ष थी जिसे बढ़ाकर 50 वर्ष करने के लिए प्रस्ताव रखा गया है। सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) को चिकित्सा शिक्षा संचालनालय ने इस बदलाव के संबंध में प्रस्ताव भेजा है। जानकारियों के मुताबिक यह नियम स्वशासी कॉलेजों में लागू नहीं होगा।

40 साल से 50 साल करने का कारण

वर्तमान में सहायक प्राध्यापकों की भर्ती के लिए अधिकतम आयु 40 वर्ष है। जिसमें आरक्षित वर्ग को पांच सालों की छूट मिलती है। नियमों के मुताबिक सीनियर रेजिडेंट के पद पर एक वर्ष तक रहने के बाद ही डॉक्टर किसी मेडिकल कॉलेज में सहायक प्राध्यापक बनने की पात्रता रखता है। सीनियर रेजिडेंट पद पर 45 वर्ष की आयु सीमा तक ही रह सकते हैं। इस विसंगति की स्थिति से बचने के लिए ही आयु सीमा बढ़ाई जा रही है। नए नियमों के हिसाब से फैकल्टी पदों पर भर्ती करना आसान होगा। जीएडी को लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग ने प्रस्ताव भेजा है जिसमें कहा गया है कि एक डॉक्टर की उम्र एमडी-एमएस (स्नातकोत्तर) की पढ़ाई समाप्त करने तक लगभग 32 वर्ष हो जाती है।

फिर उसे बांड अवधि भी पूरी करनी होती है, वहीं 4 साल और सुपर स्पेशियलिटी में चयन होने पर चले जाते हैं। इतना सब करने के बाद करीब एक साल तक सीनियर रेजिडेंट के पद पर रहने के बाद ही वह सहायक प्राध्यापक बनने की पात्रता तक पहुंच पाता है। प्रस्ताव के मुताबिक 40 साल की आयु सीमा कम पड़ जाती है इसलिए यह 50 साल की जानी चाहिए।

Also Read:-Ujjain News: लुटेरे अंधेरे में नहीं मॉर्निंग वॉक करने वालों को बनाते थे शिकार, आरोपी गिरफ्तार

पहले खारिज हुआ है प्रस्ताव

हालांकि पहले भी लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग ने प्रस्ताव भेजा था जिसे जीएडी द्वारा नकार दिया गया था। जिसमें जीडीएस का तर्क था कि उम्र सीमा एक विभाग के लिए नए सिरे से निर्धारित नहीं की जा सकती। अब विशेष प्रकरण का हवाला देते हुए स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग ने दोबारा से प्रस्ताव भेजा है। प्रस्ताव को कैबिनेट में सहमति मिलने के बाद ही लाया जाएगा। बता दें की लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग ही मेडिकल कॉलेजों में फैकल्टी की सीधी भर्तियां करता है। एम्स की बात करें तो वहां भी भर्ती की आयु सीमा 50 वर्ष तक है। अधिकतर राज्यों में यह समय सीमा 40 साल ही है। साथ ही सेवानिवृत्ति आयु 65 साल शासकीय मेडिकल कॉलेजों में है और 70 साल निजी कॉलेजों में है।

Also Read:-MP News: पत्नी के मायके जाने से पंचायत में आयी बड़ी क्रांति, जानें पूरा मामला