MP NEWS:लालबर्रा के बकोड़ा में संचालित हो रही कृषि उपज मंडी इस समय महिला मजदूरों को लेकर सुर्खियों में हैं। बता दे यहां पर 3 दर्जन महिला श्रमिक धान की बारदाना में भरने से लेकर तौल करने का कार्य कर रही हैं। क्योकी हमारे यहां पुरूष मजदूरों को ही इन भारी कार्यो में शामिल किया जाता हैं। पर यहां की मंडी में महिला मजदूरों से सहयोग लेकर कार्य कराया जा रहा हैं। जिसकी वजह से यहां पर महिलाओं को ना सिर्फ रोजगार मिल रहा है, बल्कि वह आत्मनिर्भर भारत के सोच को भी साकार कर रही हैं। मजदूरी काम निकट में मिलने से उनका घर गृहस्थी का संचालन भी आसानी से होने लगा हैं। महिला मजदूरों द्वारा मंडी परिसर में कार्य किये जाने का यहा पहला स्थान हैं जहां पर वे इस तरह से तौल करने के अलावा बारदाना में भरने का कार्य भी कर रही हैं।
हालांकि महिला श्रमिकों की ओर से तीन साल से इस तरह का कार्य किया जा रहा हैं। इसके लिये यहां पर धान की खरीदी कर रही समिति को भी श्रेय जाता हैं कि वह पुरूष मजदूरों के साथ में महिला मजदूरों से भी धान की तौल व उसके स्टैग कराने का कार्य करवा रहे हैं।
बता देवें कि इस समय समर्थन मूल्य पर किसानों की धान की खरीदी की जा रही हैं। जिसमें प्रशासन ने अलग-अलग स्थानों पर धान की खरीदी का केंद्र बनाये हुये हैं। इसी में लालबर्रा कृषि उपज मंडी बकोड़ा में दो समितियों की ओर से धान की समर्थन मूल्य पर खरीदी की जा रही हैं। इन समितियों द्वारा खरीदी किये जा रहे धान को तौलने, बोरा में भरने तथा सफाई करने में यहां पर महिला मजदूरों की सेवा ली जा रही हैं।
लगभग 3 दर्जन महिला मजदूरों द्वारा इसमें सेवा दी जा रही और वे पिछले तीन साल से कार्य कर रही हैं। जानकारी में आया कि महिलाओं की अलग-अलग टीम हैं जो किसानों द्वारा ढेर कर रखी गई धान को खरीदी करने के लिये स्वीकृत होने पर उसका सबसे पहले बारदाना में भरने का कार्य कर रही हैं। इसके पश्चात उन बारदानों में भरे बोरों को एक स्थान पर एकत्रित करती हैं। कई बार वे बोरियों को स्टैग में रखने में सहयोग भी कर रही हैं।