India News(इंडिया न्यूज़),MP Politics: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत के साथ भाजपा ने बंपर जीत हासिल की है। एमपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 230 में से 163 सीटों पर जीत हासिल की है। हालांकि, मध्य प्रदेश में अब तक मुख्यमंत्री का नाम का ऐलान नहीं किया गया है। कहा जा रहा है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम पर सस्पेंस दो-तीन दिनों में खत्म हो जाएगा। सोमवार, 11 दिसंबर 2023 को प्रस्तावित विधायक दल की बैठक में निर्वाचर्चित विधायक अपना नेता चुनेंगे।
समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि भोपाल में भाजपा विधायक दल की बैठक 11 दिसंबर को होगी। इस बैठक में सीएम के नाम की घोषणा हो सकती है। मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री कौन होगा का सस्पेंस दो-तीन दिन में खत्म हो जाएगा। 11 दिसंबर, सोमवार को भाजपा के 163 विधायकों और केंद्रीय परिवेक्षकों की बैठक होगी।
मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री कौन होगा का सस्पेंस दो-तीन दिन में खत्म हो जाएगा। 11 दिसंबर, सोमवार को भाजपा के 163 विधायकों और केंद्रीय परिवेक्षकों की बैठक होगी जिसमें यह पता चल जाएगा की शिवराज सिंह चौहान की मुख्यमंत्री रहेंगे या किसी अन्य नेता का नाम पार्टी से उभर कर सामने आने वाला है। भारतीय जनता पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एमपी में शिवराज सिंह चौहान के बाद सबसे ताकतवर दावेदार प्रहलाद पटेल हैं। प्रहलाद पटेल पूर्व केंद्रीय मंत्री और नरसिंहपुर से विधायक हैं। हालंकि ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम भी चर्चाओं में है।
भारतीय जनता पार्टी का शीर्ष नेतृत्व छत्तीसगढ़ राजस्थान और मध्य प्रदेश में जातिगत समीकरण के अनुसार सीएम पद के लिए सीएम का नाम तय करना चाहता है। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री का फेस सामने न रखने पर कांग्रेस ने कहा था कि, 3 दिसंबर के बाद भाजपा ओबीसी वर्ग के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पार्टी से हटा देगी। शिवराज सिंह चौहान अभी भी सीएम बनने की रेस में शामिल हैं। बीजेपी की ओर से एमपी में सीएम के नए चहरों के तौर पर प्रहलाद पटेल और ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम तेजी से चर्चा में है।
अगर सोमवार को बैठक में शिवराज सिंह चौहान को बदलने का फैसला लिया जाता है तो, सीएम पद के उम्मीदवारों में पटेल प्रमुख दावेदार माने जा रहे। इस समय प्रहलाद पटेल पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के विश्वास पात्र बने हुए हैं। पहलाद पटेल लोधी समाज से आते हैं। एमपी में 70 से भी ज्यादा विधानसभा सीटें लोधी बाहुल्य हैं। इन 70 से भी ज्यादा विधानसभा सीटों का सीधा प्रभाव 12 लोकसभा सीटों पर पड़ता है।
वही सीएम बनने की रेस में नरेंद्र सिंह तोमर और कैलाश विजयवर्गीय भी शामिल हैं। सीएम बनने की रेस में नरेंद्र सिंह तोमर का नाम शायद इस वजह से भी पीछे रहा है क्योंकि वह ठाकुर है। और केंद्रीय नेतृत्व इस समय जाति का समीकरण के अनुसार सीएम चुनने के फैसले पर विचार कर रहा है। हालांकि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में पहले से ही ठाकुर मुख्यमंत्री है।
ये भी पढ़ें –https://mp.indianews.in/madhya-pradesh/mp-politics-who-is-the-cm-of-mp-prahlad-patel-is-ahead-in-the-race/