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इंदौर में भूजल स्तर की मानीटरिंग के लिए 10 स्थानों पर लगेंगे पीजोमीटर

• LAST UPDATED : June 16, 2022

इंडिया न्यूज़, Ground Water Level In Indore:  इंदौर भूजल स्तर की रियल मानीटरिंग के लिए 10 पीजोमीटर लगाने जा रहा है। इससे भूजल स्तर की रियल टाइम मानीटरिंग हो सकेगी। बता दें की कि अभी तक Ground Water Conservation Department द्वारा शहर में चार स्थानों पर पीजोमीटर के माध्यम से भूजल स्तर की निगरानी की जाती है। और अगले एक सप्ताह में नए पीजोमीटर लगाने का काम शुरू हो जाएगा। पीजोमीटर लगाने के लिए निगम द्वारा बिचौली मर्दाना व संगम नगर में बोरवेल खोदे गए हैं। शेष आठ स्थानों पर भी जल्द ही पीजोमीटर लगाएंगे।

लगभग 20 लाख आएगी लागत

नगर निगम 20 लाख रुपये खर्च कर शहर में 10 स्थानों पर पीजोमीटर लगाएगा। निगम ने एक्वासेंस प्रायवेट लिमिटेड एजेंसी को इसका काम सौंपा है। निगम 10 स्थानों पर 60 मीटर गहरे बोरवेल करेगा और उसके बाद एजेंसी इन स्थानों पर उपकरण लगाएगी। एजेंसी पांच साल तक इन उपकरणों के रख-रखाव के साथ डाटा एकत्र कर रियल टाइम पर देने का काम भी करेगी। एक उपकरण की कीमत लगभग डेढ़ लाख रुपये है।

इंदौर में भूजल स्तर की रियल टाइम होगी मानीटरिंग 10 स्थानों पर लगेंगे  पीजोमीटर - There will be real time monitoring of ground water level in Indore  piezometer will be installed at 10 places

साउंड वेव के जरिए भूजल क स्तर बताएगा पीजोमीटर

एक्वासेंस प्रायवेट लिमिटेड के संचालक संचय लहरी के मुताबिक भूजल स्तर की निगरानी के लिए 60 मीटर गहरा बोरवेल खोदा जाता है। उसके ऊपर डिजिटल वाटर लेवल रिकार्डर लगाया जाता है। यह उपकरण बिना भूजल के संपर्क में आए साउंड वेव के माध्यम से भूजल स्तर का आकलन करेगा। साउंड वेव बोरिंग में जाकर लौटकर आएगी। इससे पता चल जाएगा कि भूजल स्तर कितना है। उपकरण में लगे सिमकार्ड के माध्यम से यह जानकारी क्लाउड कंप्यूटर पर पहुंचेगी। इस तरह भूजल का रियल टाइम डाटा मिल सकेगा।

भूजल स्तर बढ़ा तो सेफ जोन में पहुंचेगा इंदौर

नगर निगम भूजल पुनर्भरण योजना के तहत घरों व प्रतिष्ठानों में वाटर रिचार्जिंग सिस्टम लगवा रहा है। जानकारों के मुताबिक यदि भूजल स्तर ऊपर आता है तो इंदौर सेफ जोन में आएगा। अभी अत्याधिक भूजल दोहन वाले शहरों में शामिल होने के कारण औद्योगिक व व्यावसायिक संस्थानों को केंद्रीय भूजल बोर्ड से एनओसी लेनी पड़ती है। वर्तमान में पीथमपुर, सांवेर सहित सभी औद्योगिक क्षेत्रों में बोरवेल में पीजोमीटर लगाना अनिवार्य भी है।

इंदौर में चार स्थानों पर पिछले साल लगे हैं पीजोमीटर

भूजल संरक्षण विभाग के सहायक भूजलविद शिवराज सिंह वास्केल के मुताबिक इंदौर जिले में 22 स्थानों पर पीजोमीटर लगाए गए हंै, इनमें चार शहर में लगे हैं पिछले वर्ष कस्तूरबा ग्राम, मिर्जापुर, नायता मुंडला, बेगमखेड़ी में पीजोमीटर लगाए गए हैं। यहां से छह-छह घंटे में आनलाइन डाटा उपलब्ध होता है।

इन 10 स्थानों पर लगेंगे पीजोमीटर

सिलिकान सिटी, बिचौली मर्दाना, मूसाखेड़ी, संगम नगर, रेवती रेंज, नगर निगम मुख्यालय, अनुराधा नगर, लोकमान्य नगर, सैफीनगर, निपानिया।

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