होम / पैरा कैनो एथलीट प्राची यादव ने रचा इतिहास, विश्व कप में जीता कांस्य पदक

पैरा कैनो एथलीट प्राची यादव ने रचा इतिहास, विश्व कप में जीता कांस्य पदक

• LAST UPDATED : May 30, 2022

इंडिया न्यूज़, Bhopal News: पैरा कैनोइस्ट प्राची यादव ने 28 मई को पोलैंड के पॉज़्नान में पैराकैनो विश्व कप में महिलाओं की VL2 200 मीटर स्पर्धा में कांस्य पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनकर इतिहास रच दिया। प्राची ने कनाडा की रजत पदक विजेता ब्रायना हेनेसी (1:01.58 सेकेंड) और ऑस्ट्रेलिया की स्वर्ण पदक विजेता सुसान सीपेल (1:01.54 सेकेंड) के बाद 1:04.71 सेकेंड के समय के साथ कांस्य पदक जीता। रविवार को समाप्त हुए इस टूर्नामेंट में यह भारत का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।

इसके अलावा, मनीष कौरव और मनजीत सिंह ने टूर्नामेंट के इतिहास में पहली बार अपने-अपने स्पर्धाओं के फाइनल में जगह बनाई। जयदीप ने वीएल 3 पुरुषों की 200 मीटर स्पर्धा के सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई किया लेकिन आगे नहीं बढ़ सके। जुगाड़ नाव पर प्रशिक्षण लेने वाले MP पैरा-रोवर ने कांस्य जीता।

प्राची के कोच मयंक ठाकुर ने चार साल पहले उसके लिए एक जुगाड़ नाव बनाई थी। जब मैंने 2018 में प्रशिक्षण शुरू किया। तो कयाकिंग और कैनोइंग में पैरा खिलाड़ियों के बारे में शायद ही कोई जागरूकता थी। पैरा खिलाड़ियों के लिए नाव नहीं थी। मेरे लिए तब सबसे बड़ी चुनौती थी कि कैसे अभ्यास किया जाए।

भर्ती होने से पहले तीन साल तक नाव पर लिया प्रशिक्षण 

27 वर्षीय प्राची ने बताया मेरे कोच मयंक सर ने मेरे लिए एक प्रोटोटाइप तरह की नाव बनाने का वादा किया था। मुझे यकीन नहीं था, लेकिन जब मैंने नाव का इस्तेमाल किया। तो मुझे यह देखकर खुशी हुई कि यह कितनी कुशल थी। खेल विभाग द्वारा संचालित MP वाटर स्पोर्ट्स अकाडेमी में भर्ती होने से पहले उन्होंने तीन साल तक इस नाव पर प्रशिक्षण लिया।

पोलैंड मीट में, मनीष कौरव और मनजीत सिंह ने भारत के लिए पहली बार अपने इवेंट के फाइनल में जगह बनाई। जयदीप ने वीएल3 पुरुषों की 200 मीटर स्पर्धा के सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई किया लेकिन आगे नहीं बढ़ सके।

ये भी पढ़े: जाति और धर्म स्वास्थ्य सेवा के आड़े नहीं आने चाहिए: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद

Connect With Us : Twitter | Facebook Youtube

Tags: