India News(इंडिया न्यूज़), Rabies Infection: कुत्ता काटना बहुत खतरनाक होता है। अक्सर गली-मुहल्ले और सड़कों पर घूम रहे कुत्ते लोगों को काट लेते ह। वो आपके हाथ-पैर या शरीर पर कहीं भी दांत घूसा देते है। ऐसे में अक्सर लोग ये सोचते है कि थोड़े दिनों में इंजेक्शन लगवा लेंगे। अगर कुत्तों का जहर शरीर में फैल जाएं तो इंसान की मौत हो सकती है। अगर समय पर कुत्तों का जहर खत्म करने के लिए इंजेक्शन न लगा तो इससे असहनीय दर्द होता है। सााथ ही अगर समय पर इंजेक्शन न लगवाया जाए तो रैबीज की बीमारी लग जाती है।
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, कुत्ता काटने पर सबसे पहले उस जगह को अच्छे से धो ले। साबुन से इसे धोना चाहिए। अगर किसी का जख्म काफी गहरा है तो उस जगह साबुन से धोकर बिटाडिन तुरंत लगाए। इससे रैबीज वायरस का असर थोड़ा कम होने में मदद मिलेगी। साथ ही कुत्ते के काटने के बाद टेटनस का इंजेक्शन भी सबसे पहले लगवाना चाहिए। इस पर टिटनेस का इंजेक्शन घाव सही करने के लिए नहीं बल्कि वैक्सीन की तरह काम करता है।
डॉक्टर के मुताबिक, हर व्यक्ति को कुत्ता काटने के 24 घंटे के अंदर-अंदर रैबीज का इजेक्शन लगवा लेना चाहिए। वरना परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। अधिकतर कुत्ता काट लें तो 5 इंजेक्सन लगवाना पड़ता है लेकिन पहला इंजेक्शन 24 घंटे में ही जरूर लग जाना चाहिए। उसके बाद दूसरा इंजेक्शन तीसरे दिन, तीसरा इंजेक्शन 7वें दिन, चौथा इंजेक्शन 14वें दिन और आखिरी इंजेक्शन 28वें दिन लगयाा जाता है। कभी -कभी पेशेंट को इंजेक्सन लगाने के बाद कुछ लोगों को बुखार आ सकता है। इसके लिए घबराने की जरूरत नहीं है।
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