इंडिया न्यूज़, Ranji Trophy: मध्यप्रदेश ने आखिरकार रणजी ट्रॉफी चैंपियन का ख़िताब अपने नाम कर लिया है। इसका जश्न पूरा प्रदेश मना रहा है। टीम पहली बार इस घरेलू टूर्नामेंट का खिताब जीतने में कामयाब हुई। आदित्य श्रीवास्तव की कप्तानी वाली एमपी की टीम ने फाइनल में 41 बार के चैंपियन मुंबई को मात दी। मध्यप्रदेश ने खिताबी मुकाबले के 5वें दिन रविवार को 6 विकेट से जीत दर्ज की। रजत पाटीदार ने सरफराज खान की गेंद पर सिंगल लिया और टीम, साथी खिलाड़ियों और साथ ही बड़ी संख्या में प्रशंसकों को जश्न मनाने का मौका दे दिया।
बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए इस फाइनल मैच की बात करें तो मुंबई के कप्तान पृथ्वी शॉ ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। टीम ने सरफराज खान (134) के शतक और यशस्वी जायसवाल (78) की शानदार पारी की बदौलत 347 रन बनाए। फिर ओपनर यश दुबे, शुभम शर्मा और रजत पाटीदार के शतकों के दम पर मध्यप्रदेश ने पहली पारी में 536 रन का बड़ा स्कोर खड़ा कर दिया। इससे एमपी ने आधा काम तो कर ही दिया था, क्योंकि अगर मैच ड्रॉ भी होता तो भी उसे ही विजेता घोषित किया जाता।
मुंबई की दूसरी पारी 269 रन पर सिमटी जिससे मध्यप्रदेश को जीत के लिए 108 रन का लक्ष्य मिला. मध्यप्रदेश ने 4 विकेट खोकर 29.5 ओवर में ही इसे हासिल कर लिया और अपना पहला रणजी खिताब जीता। रजत पाटीदार 30 जबकि कप्तान आदित्य श्रीवास्तव 1 रन बनाकर अविजित लौटे। रजत ने मौजूदा सीजन में कमाल का प्रदर्शन किया और टीम को खिताब दिलाने में उनका बड़ा योगदान रहा।
मौजूदा रणजी ट्रॉफी सीजन में मध्यप्रदेश के सफर की बात करें तो उसने केवल 1 ड्रॉ खेला जबकि किसी भी मैच में हार नहीं मिली। टीम एमपी को एलीट ग्रुप-ए में रखा गया था। राजकोट में खेले गए सीजन के अपने पहले मैच में मध्यप्रदेश ने गुजरात को 106 रन से मात दी जिसमें शुभम शर्मा जीत के हीरो रहे।
फिर राजकोट में ही अपने अगले ग्रुप मैच में मध्यप्रदेश ने मेघालय पर बड़ी जीत दर्ज की। एमपी ने पहली पारी 6 विकेट पर 499 रन बनाकर घोषित की और मेघालय को 61 और दूसरी पारी में 137 रन पर समेट दिया। मध्यप्रदेश ने इस तरह पारी और 301 रनों के बडे़ अंतर से मुकाबला जीता। केरल से उसका अगला मुकाबला ड्रॉ रहा जिससे क्वार्टरफाइनल में जगह पक्की हुई।
क्वार्टर फाइनल में पंजाब पर 10 विकेट से जीत दर्ज करने के बाद टीम एमपी ने सेमीफाइनल का टिकट कटाया, जहां उसकी भिड़ंत बंगाल से थी। मध्यप्रदेश ने अलुर में खेले गए सेमीफाइनल मैच की अपनी पहली पारी में 341 रन बनाए और बंगाल को 273 रन पर रोका। इसके बाद दूसरी पारी में एमपी ने 281 रन बनाए जिससे बंगाल को जीत के लिए 350 रन का लक्ष्य मिला। इसका पीछा करते हुए टीम की दूसरी पारी 175 रन पर सिमट गई, जिससे एमपी ने 174 रन से जीत दर्ज कर फाइनल में जगह बनाई। फाइनल में मुंबई को 6 विकेट से मात देकर पहली बार चैंपियन बनने की उपलब्धि हासिल की।
Read More: मध्यप्रदेश ने जीता रणजी ट्राफी खिताब
Read More: मध्य प्रदेश : फूलन देवी के अपहरण में शामिल डकैत 24 साल बाद गिरफ्तार