इंडिया न्यूज, Bhopal News: भोपाल पुलिस ने एक बड़ी कार्यवाही करते हुए स्कूलों में धमकी भरी ई-मेल भेजने वाले का पता लगा लिया है। ई-मेल भेजने के लिए जिस प्रोग्राम का इस्तेमाल किया गया था वो एक 12वीं कक्षा के छात्र ने बनाया था। जिसका नाम सीलम है। ये छात्र कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज पाइथन का मास्टर है। जाकि तामिनलाडु का रहने वाला है। पुछताछ में उसने बताया है कि उसने इस प्रोग्राम को 200 डॉलर में बेचा था।
छात्र ने कहा है कि उसने एैसे बहुत से प्रोग्राम बनाकर आॅनलाइन सेल किए हैं। उसकी इस कुशलता को देखकर पुलिस भी हैरान है। वह प्रोग्रामिंग के साथ डाटा साइंस एंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की भी कोडिंग कर लेता है। आई पी एड्रेस प्रोग्रामिंग की भी जानकारी रखता है ये छात्र।
तामिनलाडु पुलिस के द्वारा पुछताछ करने पर सीलम ने इस बात को स्वीकार किया है कि उसने ये काम पैसों के लिए किया था और उसका इस काम को करने का कोई गलत इरादा नहीं था।
राजधानी भोपाल में सीबीएससी के 40 स्कूलों को 5 दिन पहले धमकी भरे ई-मेल मिले थे जिसमें स्कूलों को बम से उड़ाए जाने की धमकी दी गई थी। तभी से ही भोपाल पुलिस इसकी तहकीकात कर रही थी । इससे पहले बेंगलुरु के 6 स्कूलों को भी एक से डेढ़ महिने पहले एैसी ही धमकी भरे ई-मेल मिले थे, लेकिन वहां कि पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला था। बड़ी मश्कत के साथ भोपाल पुलिस ने गहन तरिके से मामले की जांच करते हुए इस मामले के आरोपी छात्र को पकड़ा है। अभी आरोपी से पुछताछ की जा रही है और जांच की जा रही है कि उसने एैसी कितने प्रोग्रामों को बनाया और किसे बेचा है।
ये भी पढ़े: मध्य प्रदेश के मंडला में एक ही परिवार के तीन लोगों की निर्मम हत्या