India News MP (इंडिया न्यूज़), Rice Scam Balaghat: मध्य प्रदेश में एक बड़े घोटाले का खुलासा हुआ है जिसमें करोड़ों रुपये का घटिया और अखाद्य चावल सरकारी वितरण प्रणाली में पहुंचा। बालाघाट और मंडला जिलों में 2019-20 के दौरान 10 करोड़ रुपये का निम्न गुणवत्ता वाला चावल खाद्य नागरिक आपूर्ति निगम को सप्लाई किया गया।
भारत सरकार के सहायक आयुक्त विश्वजीत हलदर ने अगस्त 2020 में इस मामले को उजागर किया। उन्होंने 32 नमूनों की जांच के बाद पाया कि यह चावल मानव उपभोग के लिए अनुपयुक्त था। हलदर ने दोषी मिलर्स को काली सूची में डालने और चावल को वापस लेने की सिफारिश की।
4 साल बीत जाने के बावजूद, प्रशासन ने इस मामले में कोई ठोस कार्रवाही नहीं की। जबलपुर के पुलिस उपाधीक्षक राजवर्धन माहेश्वरी द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर के बावजूद मामला दबा दिया गया।
हाल ही में सतना जिले में भी इसी तरह का मामला सामने आया, जहां शिवपुरी और श्योपुर के लिए भेजे गए 52,000 बोरी चावल में से 24,500 बोरी (लगभग 3.60 करोड़ रुपये मूल्य का) अखाद्य पाया गया।
यह घोटाला मध्य प्रदेश के सार्वजनिक वितरण प्रणाली में व्याप्त भ्रष्टाचार और निगरानी की कमी को उजागर करता है। जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वाले इस मामले में त्वरित और कड़ी कार्रवाही की आवश्यकता है।
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