India News (इंडिया न्यूज), Rojgar mela madhya pradesh: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज भोपाल के भेल में बना महात्मा गांधी स्कूल परिसर में आयोजित रोजगार मेले में नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया है। इस आयोजन पर उन्होंने अपने संबोधन में शिक्षको का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि शिक्षक बनना कोई साधारण काम नहीं है। उनपर आने वाले पीढ़ियों के भविष्य को गढ़ने की जिम्मेदारी है। आप सभी शिक्षक एक नया इंसान बनाने वाले हैं। इस बात को हमेंशा ध्यान रखना। इस मौके पर पांच हजार 580 शिक्षकों शिक्षकों को नियुक्त पत्र प्रदान किया गया।
इस मौके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपना संबोधन दिया है। उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक कालखंड में शिक्षण जैसे महत्वपूर्ण दायित्व से अपने आप को जोड़ रहे हैं। इस बार लाल किले से मैंने विस्तार से बात की है कि कैसे देश के विकास में राष्ट्रीय चरित्र की अहम भूमिका है। आप सभी पर भारत की भावी पीढ़ी को गढ़ने उन्हें आधुनिकता में ढालने और नई दिशा देने की जिम्मेदारी है। मैं मध्यप्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में नियुक्त होने वाले साढ़े पांच हजार से ज्यादा शिक्षक भाई बहनों को शुभकामनाएं देता हूं।
साथ ही उन्होंने राज्य सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि मुझे बताया गया है कि पिछले तीन वर्षों में मध्यप्रदेश में करीब 50 हजार शिक्षकों की भर्ती हुई है। इसके लिए राज्य सरकार भी बधाई की पात्र है। पीएम मोदी ने कहा कि साथियों आप सभी राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने में भी बड़ी भूमिका निभाने जा रहे है। विकसित भारत के संकल्प को सिद्ध करने की दिशा में राष्ट्रीय शिक्षा नीति का बहुत बड़ा योगदान है। इसमें पारंपरिक ज्ञान से लेकर भविष्य की टेक्नोलॉजी तक को समान रूप से महत्व दिया गया है। प्राथमिक शिक्षा के रूप में नया पाठ्यक्रम भी तैयार किया गया है। एक और बहुत बड़ा काम हुआ है।
वहीं विपक्ष पर हमला करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि देश का नागरिक वो दिन भूल नहीं सकता, जब 2014 से पहले घोटालों और भ्रष्टाचार का दौर था। गरीब का हक उस तक पहुंचने से पहले ही लूट लिया जाता था। आज गरीब के हक का पूरा पैसा सीधे उसके खाते में पहुंच रहा है। सिस्टम से लीकेज रुकने का एक परिणाम ये भी हुआ है कि सरकार गरीब कल्याण पर पहले से ज्यादा खर्च कर पा रही है। इतने बड़े पैमाने पर हुए इनवेस्टमेंट ने भी देश के कोने-कोने में रोजगार का निर्माण किया है। एक उदाहरण कॉमन सर्विस सेंटर का है। 2014 के बाद से देश के गांव में पांच लाख नए कॉमन सर्विस सेंटर बने। प्रत्येक कॉमन सर्विस सेंटर आज कई-कई लोगों को रोजगार दे रहा है। यानि गांव गरीब का कल्याण भी हुआ और रोजगार के मौके भी बने।
Also Read: बीजेपी मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर गृहमंत्री अमित शाह का बयान