रीवा। bulldozer on shiv temple: मध्य प्रदेश के रीवा जिले में भाजपा कार्यालय के सामने वर्षों पुराना मंदिर को ध्वस्त कर देने के मामले पर भारी बवाल हो गया है। जिसके पर शुक्रवार देर रात को जेसीबी चलाई गई और रात के अंधेरे में मंदिर को ध्वस्त कर दिया गया था। इसके लिए परमिशन भी नहीं ली गई थी। ऐसे में लोगो जमकर हंगामा कर रहे हैं।
जिसके बाद विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल समेत कांग्रेस भी विरोध में उतर आई है। वहीं, भाजपा का कहना है कि मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया जा रहा है।
मामला ढेखा तिराहा स्थित अटल कुंज भाजपा कार्यालय का है। इसके सामने एक छोटा सा शिव मंदिर भी है। पास में एक व्यावसायिक परिसर भी है। शुक्रवार की रात करीब 11 बजे मंदिर के पुजारी पूरन शुक्ला के निर्देश पर जेसीबी की मदद से शिव मंदिर के गुंबद को तोड़ा जा रहा था। यह देख राहगीरों ने विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल को सूचना दी। खबर मिलते ही हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता व पदाधिकारी रात में ही यहां पहुंच गए। कार्रवाई के विरोध में सभी ने हंगामा शुरू कर दिया। जिसके बाद मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया।
शनिवार सुबह कांग्रेस नेताओं ने मंदिर को लेकर प्रशासन और भाजपा पदाधिकारियों का घेराव किया। कांग्रेस के प्रदेश मीडिया प्रभारी पीयूष बबेले ने ट्वीट कर कहा है कि बीजेपी का बुलडोजर पहले इंसानों पर चलता था, अब भगवान पर भी चल रहा है। रीवा जिले में पहले मंदिर के पीछे भाजपा कार्यालय बनाया गया। अब कार्यालय के सामने बने प्राचीन शिव मंदिर को तोड़कर भाजपा कार्यालय का सौंदर्यीकरण किया जाएगा।
महिला कांग्रेस की उपाध्यक्ष कविता पाण्डेय ने आरोप लगाया कि भाजपा सांसद व विधायकों को शिव मंदिर खटक रहा था। इस मंदिर से हजारों लोगों की आस्था जुड़ी है, लेकिन भाजपा कार्यालय की शोभा बिगड़ रही थी, इसलिए रात में मंदिर तोड़ दिया गया। जब जनता ने विरोध किया, तो भाजपा बोली हम नहीं जानते हैं। भाजपा के लोगों ने खुद भगवान को बेघर कर दिया।
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