India News MP (इंडिया न्यूज़), Sagar Wall Collapsed: मध्य प्रदेश के सागर जिले में एक दर्दनाक घटना में स्कूल के 9 बच्चों की जान चली गई और 4 अन्य घायल हो गए। यह हादसा रविवार सुबह लगभग 10 बजे शाहपुर क्षेत्र के हरदौल मंदिर में हुआ, जहां सावन के महीने के उपलक्ष्य में धार्मिक गतिविधियां चल रही थीं। स्कूल के बच्चे शिवलिंग बनाने के इकट्ठा हुए थे।
मंदिर परिसर में स्थित एक 50 साल पुरानी मिट्टी की दीवार अचानक ढह गई, जिसके मलबे में 10 से 14 साल की उम्र के बच्चे दब गए। ये बच्चे सावन के त्यौहार के लिए मिट्टी के शिवलिंग बना रहे थे।घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू हुआ। बचाव कार्य में JCB मशीनों का इस्तेमाल किया गया। मलबे से शवों और घायलों को निकालने का काम तेजी से चलाया गया।
Also Read: Wall Collapsed: रीवा में बड़ा हादसा, स्कूल के छात्रों पर गिरी दीवार, 4 की मौत, 2 घायल
मध्य प्रदेश के सीएम ने हादसे पर दुख जताया है, उन्होंने संदेश पर लिखा है कि “आज सागर जिले के शाहपुर में भारी बारिश के कारण जर्जर मकान की दीवार गिरने से 9 मासूम बच्चों की मौत की खबर सुनकर मन दुखी है। जिला प्रशासन को घायल बच्चों का समुचित उपचार कराने के निर्देश दिए हैं।
आज सागर जिले के शाहपुर में हुई अतिवृष्टि के कारण जर्जर मकान की दीवार गिरने से 9 मासूम बच्चों के काल कवलित होने की खबर सुनकर मन व्यथित है। घायल बच्चों के उचित इलाज के लिए जिला प्रशासन को निर्देशित किया है।
भगवान से करबद्ध प्रार्थना है कि दिवंगत बच्चों की आत्मा को शांति प्रदान…
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) August 4, 2024
मध्य प्रदेश के सीएम ने आगे लिखा, मैं ईश्वर से मृतक बच्चों की आत्मा को शांति प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं। मैं हादसे में घायल अन्य बच्चों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं और जिन परिवारों ने मासूम बच्चों को खोया है उनके प्रति मेरी गहरी संवेदना है। मृतक बच्चों के परिजनों को सरकार की ओर से 4-4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। ओम शांति!
रहली के विधायक और पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव ने घटनास्थल का दौरा किया और बचाव कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया।पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया, सावन महीने में प्रतिदिन सुबह से ही लोग शिवलिंग बनाने की प्रथा का पालन करते हैं। इस दिन भी कई बच्चे इस धार्मिक गतिविधि में शामिल थे। स्थानीय लोगों ने पुरानी और जर्जर इमारतों की नियमित जांच की मांग की है, ताकि इस तरह की दर्दनाक घटना को रोका जा सके।
Also Read: