सनावद: जिले भर के न्यायधीश गण मां नर्मदा के दक्षिण तट पर स्थित टोकसर के गोमुख स्थित रमणीय स्थान पर एक दिवसीय गोष्ठी में शामिल हुए। अभिभाषक संघ द्वारा आयोजित मध्यस्थता के माध्यम से प्रकरणों के निराकरण में अधिवक्ता की भूमिका व उनका सामाजिक दायित्व विषय एवं 11 फरवरी को आयोजित लोक अदालत को लेकर एक दिवसीय गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें संपूर्ण जिले के न्यायाधीशगण उपस्थित हुए। साथ ही कार्यक्रम में सम्पूर्ण जिले के अभिभाषक संघ के पदाधिकारियों में अध्यक्ष और सचिव की उपस्थिति विशेष रूप से रही।
अभिभाषकगण द्वारा सभी न्यायाधीश का मोतियों की माला पहनाकर तिलक लगाकर एवं मय गुलाब का पुष्प भेट कर अभिनंदन किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रधान जिला न्यायाधीश दिलीप नागले एवं विशेष अतिथि न्यायाधीश शमरोज खान, मंडलेश्वर (अनुसूचित जाति, जनजाति अत्याचार निवारण) द्वारा लोक अदालत की सफलता में अधिवक्तागण के योगदान को महत्वपूर्ण बताते हुए उनसे सहयोग की अपेक्षा की गई। प्रधान जिला न्यायाधीश श्री नागले द्वारा सभी अधिवक्तागण से मध्यस्थता के माध्यम से समाज को अपने समय और मानसिक वैमनस्यता से मुक्ति दिलाने में समाज को मार्गदर्शन देने की अपेक्षा की। कार्यक्रम के विशेष अतिथि शमरोज खान द्वारा रामायण में अंगद और महाभारत में श्रीकृष्ण द्वारा की गई मध्यस्थता की असफलता से समाज को सबक लेने के लिए आगाह किया।
मध्यस्थता के सम्बंध में अधिवक्ता संघ अध्यक्ष कृष्णचन्द्र सोहनी राधेश्याम सिसोदिया द्वारा न्यायदान में आपसी समझौते के महत्व को प्रतिपादित किया। कार्यक्रम का संचालन अधिवक्ता गणेश मालवीय द्वारा रोचक शेली में किया गया। मंचीय कार्यक्रम में सभी अधिवक्तागण द्वारा आमंत्रित अतिथियों को माल्यार्पण व भेंट से स्वागत किया गया। न्यायाधीश दिनेश शर्मा सुशील गहलोत, कु.पूर्वी तिवारी द्वारा सभी अधिवक्तागण से अब तक की लोक अदालतों की तरह दिनांक 11 फरवरी को आयोजित लोक अदालत में अधिक से अधिक प्रकरणों के निराकरण हेतु सक्रिय सहयोग की अपेक्षा की गई।
11:00 बजे से प्रारंभ हुए कार्यक्रम का समापन अधिवक्ता ज्योति येवतीकर के सभी के प्रति आभार प्रदर्शन के साथ हुआ। जिसमें आपने गौतम ऋषि और अहिल्या के सम्बंध में सर्वश्रेष्ठ मध्यस्थता को चिन्हित किया। कार्यक्रम में न्यायदान कर्मचारियों, पुलिसकर्मियों, व पैरालीगल वालिंटियर का विशेष सहयोग रहा। इस दौरान अतिथियों के सामने ग्राम टोकसर की तेजस्विनी गोस्वामी द्वारा शिव तांडव स्त्रोत पर अपने नृत्य की प्रस्तुति दी। इस दौरान सभी ने बालिका का ताली बजाकर सम्मान किया।