सतना जिले के जंगली क्षेत्रों में वन्य प्राणियों की लगातार बढ़ती संख्या लोगों के लिए मुसीबत का सबब बनती जा रही है। यूपी के सीमाई इलाके से जुड़े क्षेत्र में बाघ और तेंदुए की मिलती आहट के बीच धारकुंडी क्षेत्र में भालू के हमले में एक ग्रामीण बुरी तरह जख्मी हो गया। उसे इलाज के लिए सोमवार देर रात जिला अस्पताल सतना लाया गया है। उधर, इस घटना के बाद क्षेत्र के ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।
जानकारी के मुताबिक, मझगवां वन परिक्षेत्र अंतर्गत धारकुंडी के जंगल में भालू ने एक ग्रामीण पर सोमवार दोपहर हमला कर दिया। हमले में जीवन पिता तुलसा निवासी टिकरा गंभीर रूप से घायल हो गया। उसके सिर और चेहरे समेत शरीर के अन्य हिस्सों में गहरे जख्म लगे हैं। उसे पहले बिरसिंहपुर स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से डॉक्टर ने उसे सरदार वल्लभ भाई पटेल जिला अस्पताल सतना रेफर कर दिया।
घायल जीवन ने बताया, वह मड़वा पाथर पहाड़ के पास से गुजर रहा था। तभी जंगल में कहीं छिपे बैठे भालू ने उस पर हमला कर दिया। भालू ने उसे दबोच लिया और अपने पंजों से उस पर वार करने लगा। जीवन ने बताया कि कुछ देर तक तो उसे कुछ समझ ही नहीं आया, लेकिन फिर उसने भालू के शिकंजे से छूटने की कोशिश की। बड़े संघर्ष के बाद जैसे ही ढीला पड़ा, जीवन ने दौड़ लगा दी और जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया। उस वक्त जीवन तो बच गया, लेकिन तब तक भालू ने उसके शरीर को बुरी तरह जख्मी कर दिया था।
घटना के बाद ग्रामीणों में भालू को लेकर दहशत का माहौल है। वन विभाग के अधिकारियों ने भी इस घटना को संजीदगी से लेते हुए जंगल में निगरानी बढ़ा दी है। ग्रामीणों को भी एहतियात बरतने की सलाह दी गई है।