India News MP ( इंडिया न्यूज), Smartphone Safety: आज कल के जीवन में स्मार्टफोन का बढ़ता इस्तेमाल शरीर के लिए गंभीर खतरा बन सकता है। हाल ही में एक रिसर्च में खुलासा हुआ है कि रात में देर तक स्मार्टफोन या इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का इस्तेमाल करने से टाइप 2 डायबिटीज होने का खतरा बढ़ जाता है।
रिसर्च में 40 से 69 वर्ष की उम्र के लगभग 85,000 लोगों पर 9 साल तक नज़र रखी गई। परिणामों से पता चला कि रात में कृत्रिम प्रकाश के संपर्क में रहने वाले लोगों में डायबिटीज का खतरा 67% अधिक था।
वैज्ञानिकों का मानना है कि स्मार्टफोन और टीवी से निकलने वाली नीली रोशनी नींद के चक्र को प्रभावित करती है, जिससे शरीर का चयापचय (मेटाबॉलिज्म) गड़बड़ा जाता है। यहां तक कि पीली रोशनी वाले रीडिंग लैंप भी इस समस्या को बढ़ा सकते हैं।
विशेषज्ञों का सुझाव है कि रात में स्क्रीन के सामने कम समय बिताएं और सोने से पहले के घंटों में कृत्रिम प्रकाश से बचें। हालांकि इस संबंध में और अधिक शोध की आवश्यकता है, लेकिन यह स्पष्ट है कि स्वस्थ नींद पैटर्न बनाए रखना महत्वपूर्ण है।
अपने स्वास्थ्य की रक्षा के लिए, रात में फोन चलाने की आदत को बदलना और एक नियमित सोने का समय निर्धारित करना आवश्यक है। याद रखें, अच्छी नींद न केवल डायबिटीज, बल्कि कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से भी बचाव कर सकती है।
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