MP: मध्यप्रदेश के भोपाल में सागर जिले से धान घोटाले को लेकर बहुत बड़ा खुलासा हुआ है। सागर के केसली मंडी परिसर में बने दिगंबर स्वसहायता समूह खरीद केंद्र में कथित तौर पर किसानों से खरीदी गई धान की हजारों बोरियों में ज्यादातर भूसा भरा मिला।
यह भी पढ़े: Pravasi Bharatiya Divas 2023: आज से शुरू हो रहा है प्रवासी भारतीय सम्मेलन, जानें उद्देश्य और इतिहास
इस बात का खुलासा एक स्थानीय युवक ने सोशल मीडिया पर किया है। जिसके बाद से इलाके में हड़कंप मच गया है। घटना की सूचना मिलते ही तहसीलदार व खाद्य विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और क्रय केंद्र को सील कर जांच शुरू कर दी है।
इस बीच केंद्र संचालक सहित कर्मचारी मौके से भाग खड़े हुए, पूरी मंडी परिसर में रखी करीब हजारों बोरियों में धान की जगह भूसा भरा हुआ था। जो किसान से खरीदा धान बताकर भुगतान लेने की तैयारी कर रहे थे। इस महाघोटाले में मंडी, सहकारिता व खाद्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता है।
हालांकि खुलासे के बाद खाद्य अधिकारी पलक खरे ने तहसीलदार के साथ मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया, खाद्य अधिकारी ने भी माना कि धान की जगह लगभग हजारों बोरी में भूसा भरा हुआ था। उन्होंने परिसर को सील कर जांच करने की बात कही। नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी, वहीं कांग्रेस के स्थानीय विधायक व पूर्व मंत्री हर्ष यादव ने इस घोटाले के सामने आने के बाद कहा कि मामला बेहद संवेदनशील है, दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
यह भी पढ़े: MP: कॉलोनाइजर पर केस दर्ज, प्लॉट बेचकर मूलभूत सुविधाओं का नहीं किया वादा पूरा