India News(इंडिया न्यूज़),Super specialist hospital for cheetah,MP:भारत के प्रधानमंत्री 70 साल के बाद फिर से भारत में चीतों को बसाने की कोशिश में लगें हैं। चीता पुनर्स्थापना परियोजना के तहत हमारे देश में अबतक कुल 20 चीतों को लाया गया है। सरकार अब इन चीतों की देखभाल के लिए सुपर स्पेशलिटी वेटनरी अस्पताल बनाने की तैयारी में लगी है।
बता दें कि नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीतों में से अबतक दो चीतों की मौत हो गई है। एक मादा चीता ” साशा” जिसे नामीबिया से लाया गया था उसकी मौत 26 मार्च को किडनी बीमारी से हो गई थी। वहीं दक्षिण अफ्रीका से लाया गया एक चीता “उदय” की भी मौत हो चुकी है।
बता दें कि ये सुपर स्पेशलिटी वेटनरी अस्पताल श्योपुर जिले के कूनो पालपुर में बनाया जा रहा है। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अब इसका निर्माण साउथ अफ्रीका के चीता संरक्षण से जुड़े विशेषज्ञ डाक्टर्स डा. एड्रियन और लारी मार्कर मिलकर करेंगें। इसको खास तरीके से डिजाइन किया जाएगा।
इसके निर्माण के लिए डीएफओ पीके वर्मा ने आदेश भी जारी कर दिया है। माना जा रहा है कि इश विशेष अस्पताल से बसाए जा रहे चीतों का खास ख्याल रखा जाएगा। साथ ही साथ यह प्रदेश का पहला सुपर स्पेशलिटी वेटनरी अस्पताल बनकर तैयार होने वाला है।
चीतों के लिए बनाए जा रहे इस सुपर स्पेशलिटी वेटनरी अस्पताल में चीतों के साथ साथ दूसरे जानवारों का भी इलाज का प्रबंध किया जाएगा। इसको इस तरीके से डिजाइन किया जाएगा कि जानवरों को हर बिमारी का इलाज किया जा सके। विशेष रुप से आधुनिक आपरेशन थियेटर के निर्माण पर ध्यान दिया जाएगा ताकि किसी भी जानवर का आसानी से इलाज किया जा सके। इस अस्पताल के निर्माण में करीब 1 करोड़ 77 लाख रुपये से भी ज्यादा की राशि खर्च की जा रही है।
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