होम / ‘इंदौर मंदिर घटनास्थल’ पर दोबारा से स्थापित होगा मंदिर, मुख्यमंत्री शिवराज का बड़ा ऐलान!

‘इंदौर मंदिर घटनास्थल’ पर दोबारा से स्थापित होगा मंदिर, मुख्यमंत्री शिवराज का बड़ा ऐलान!

• LAST UPDATED : April 7, 2023

Big accident on Ram Navami in Indore: मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में रामनवमी पर हुए बड़े हादसे का मामला प्रदेश में काफी गर्माया हुआ है। जिस पर हर कोई अपनी प्रतिक्रिया दे रहा है। तो कभी इस मामले को सियासत का रूख देने की कोशिश कर रहा है। बता दें कि इस हादसे के बाद निजी मंदिर प्रबंधन की लापरवाही सामने आई थी। जिसके चलते इस पर सख्त कदम उठाते हुए नगर निगम ने मंदिर में बना अतिक्रमण धव्सत कर दिया था।

  • मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का बड़ा बयान
  • घटनास्थल पर फिर से स्थापित होगा मंदिर
  • बावड़ी और कुओं को सुरक्षित कर वहाँ के स्रोत को संरक्षित किया जाएगा

जिस पर लोगों ने जमकर विरोध जताना शुरू कर दिया। कई नेताओं की तरफ से इस पर विरोधी प्रतिक्रिया भी सामने आई। तो कुछ लोगों ने साथ ही बजरंग दल जैसे संगठने ने मंदिर तोड़े जाने का विरोध भी किया। जिसके बाद अब मुख्यमंत्री का इस मंदिर को लेकर बड़ा बयान सामने आ रहा है।

घटनास्थल पर फिर से स्थापित होगा मंदिर

इस मंदिर को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़ा बयान दिया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि इंदौर के बावड़ी में जिस जगह हादसा हुआ है। वहां फिर से मंदिर स्थापित किया जाएगा। मूर्तियों को दूसरे स्थान पर मंदिर में विधिवत स्थापित किया गया। लेकिन वहां के लोगों की मांग को सुनकर और सामाजिक समरसता बनाए रखने के लिए हमने तय किया है कि दुर्घटनास्थल पर फिर से मंदिर बनाया जाएगा और मूर्तियां स्थापित की जाएंगी।

बावड़ियों और कुओं का करेंगे संरक्षण

उन्होंने आगे कहा कि इंदौर में हुई घटना के बाद हमने तय किया था कि सभी कुओं और बावड़ियों का सर्वे किया जाएगा। सर्वे भी शुरू हो गया था। लेकिन हमारे वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने सुझाव दिया कि उन्हें समाप्त करना कोई विकल्प नहीं है। बल्कि ऐसे जल स्रोतों को संरक्षित करना बहुत जरूरी है। इसलिए अब हमने तय किया है कि ऐसे बावड़ियों और कुओं का संरक्षण कर वहां के स्रोत को संरक्षित किया जाएगा।

30 मार्च को हुआ था हादसा

पटेल नगर में मंदिर परिसर में बावड़ी के ऊपर बनी छत धँसने की घटना हुई थी। इस दुखद हादसे में करीब 36 लोगों की जान चली गई। इसके आलावा कुछ लोगों को बचाया भी गया था। बता दें कि झूलेलाल मंदिर में बनी बावड़ी की छत से 46 से ज्यादा लोग बावड़ी में गिर गए थे।

ये भी पढ़ें: मध्यप्रदेश के ‘पाँच हस्तशिल्प’ उत्पादों को मिला GI टैग, हस्त शिल्प उत्पाद में रचा नया इतिहास!

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
mail logo

Subscribe to receive the day's headlines from India News straight in your inbox