झारखंड के देवघर में त्रिकूट रोपवे पर फंसे 33 लोगों को सेना, वायु सेना आईटीबीपी और एनडीआरएफ ने संयुक्त ऑपरेशन चलाते हुए बचा लिया है। इस दौरान तीन लोगों की मौत भी हो चुकी है। आठ लोगों को बचाने के लिए 2500 फुट की ऊंचाई पर वायु सेना, सेना आईटीबीपी और एनडीआरएफ की टीमें रेस्क्यू चला रही हैं।
इंडिया न्यूज़, देवघर
झारखंड के देवघर में (Trikoot ropeway accident in Deoghar, Jharkhand) रविवार को रामनवमी के दिन उस समय करीब 40 लोगों की जान पर बन आई थी जब रोपवे की एक ट्राली नीचे आते समय ऊपर की ओर जा रही ट्राली से टकरा गई। जिसकी वजह से रोपवे क्षतिग्रस्त हो गया। इसी वजह से करीब दो दर्जन पर्यटकों और श्रद्धालुओं से भरी ट्रालियां हवा में ही अटक गई। तीन दिनों से फंसे लोगों को निकालने का काम जारी है। वायु सेना, सेना (Army) आईटीबीपी(itbp) और एनडीआरएफ की टीमें राहत बचाव कार्य में जुटी हैं।
आठ लोगों को अभी भी वायु दूतों का इंतजार
बता दें कि बीते कल देर शाम तक राहत बचाव दल रेस्क्यू ऑपरेशन (rescue operation)में जुटा रहा। इस दौरान जवानों ने हवा में लटक रही तीप ट्रालियों से छह लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया था। जानकारी के अनुसार अंधेरा होने के चलते आठ लोगों का रेस्क्यू नहीं किया जा सका। बताया जा रहा है कि उन आठ लोगों के पास खाने-पीने की सामग्री भी नहीं है। ऐसे में वह लोग पूरी रात बिना कुछ खाए सुबह की पहली किरण का इंतजार करते रहे।
जानकारी के मिल रही है कि जो आठ जिंदगियां बीते कल रेस्क्यू से वंचित रह गई थी, उनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस हादसे में 12 लोग घायल हुए हैं। वहीं तीन लोगों की जान चली गई है। इनमें से एक की मौत हेलीकॉप्टर(helicopter) से गिरने की वजह से हुई है। बता दें कि एक व्यक्ति का पांव उस समय फिसल गया था जब जहाज करीब डेढ़ हजार की ऊंचाई पर उड़ रहा था। व्यक्ति नीचे गिर गया और उसकी मौत हो गई।
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