बाबा का शेषनाग आरती श्रृंगार दर्शन किया जाता है।
महाकाल बाबा का दूल्हे के स्वरूप में श्रृंगार किया जाता है। उन्हें नए वस्त्र पहनाएं जाते है।
उज्जैन स्थित महाकाल के मंदिर में हर दिन आरती के बाद बाबा को एक अलग रूप में सजाया जाता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार महाकालेश्वर उज्जैन के राजाधिराज हैं। ऐसा कहा जाता है कि बाबा महाकाल के दरबार में एक साथ दो राजा नही रूक सकते है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो भी बड़े राजनेता या मुख्यमंत्री यहां रात को रुकते हैं उनकी सत्ता संबंधी कठिनाईयां शुरू हो जाती है।