India News(इंडिया न्यूज़),Ujjain News: मध्य प्रदेश सरकार की ओर से निशुल्क साइकिल प्रदाय योजना वर्ष 2004-05 में शुरू की गई थी। ग्रामीण क्षेत्र के स्कूली बच्चों को पढ़ाई के लिए घर से स्कूल की दूरी बाधा न बने, जिसके लिेए सरकार ने उन्हें साइकिल देने की योजना शुरू की थी। ये योजना अकसर लापरवाही का शिकार रही है। ऐसा इस शिक्षा सत्र में भी हुआ है। शिक्षा सत्र 2023-24 खत्म होने वाला है। अब तक उज्जैन जिले के लगभग 1,725 स्कूली बच्चों को सरकार से साइकिल नहीं मिल सकी है। बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बता दें कि कक्षा 6वीं और 9वीं कक्षा में सरकारी स्कूलों में पढ़ाई कर रहे विद्यार्थी जिनके घर से स्कूल की दूरी दो किलोमीटर या इससे अधिक है, जिनके लिए मध्य प्रदेश सरकार ने फ्री साइकिल प्रदाय योजना वर्ष 2004-05 में शुरू की थी। वर्ष 2016-17 से पहले बच्चों को साइकिल खरीदने के लिए 2,400 रुपये दिए जाते थे। सरकार से संज्ञान में यह बात आई कि उन बच्चों के अभिभावक इन रुपयों से साइकिल नहीं खरीद रहे हैं तो सरकार ने वर्ष 2016-17 से योजना में बदलाव किया और खुद साइकिल खरीद कर देना शुरू कर दिया।
अब ऐसा करने पर विद्यार्थियों को साइकिल के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा। उद्देश्य पूरा न होने पर बीते साल सरकार ने फिर योजना बदली और साइकिल के लिए राशि बढ़ाकर पुनः खाते में जमा कराना तय किया। जिले में दिसंबर से पहले छठी के 1,988 विद्यार्थियों में से 1,784 के बैंक खाते में राशि जमा की गई है। बाकी 204 को पिछले साल के स्टॉक में रखी साइकिल देने का आदेश जारी किया, जिसके बावजूद अब तक नहीं दी गई।
नौवीं के 5,983 विद्यार्थियों में से 4,462 विद्यार्थियों के बैंक खाते में राशि जमा कर दी गई है। बाकी 1,521 को अब भी राशि मिलने का इंतजार है। उज्जैन जिले के 1,725 स्कूली बच्चों को अब तक साइकिल नहीं मिली है।
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