मंगलनाथ मार्ग स्थित मोनी तीर्थ पर सुमन भाई महाराज को महामंडलेश्वर बनाया गया ।अखाड़ा परिषद अध्यक्ष की मौजूदगी में 12 अखाड़े के संत मौजूद रहे।
धर्म नगरी उज्जैन में रविवार को संत सुमन भाई महाराज को महामंडलेश्वर की उपाधि दी गई
यह प्रक्रिया पूरी तरह परंपरा अनुसार निभाई गई। यहां सबसे पहले पट्टा अभिषेक स्थान पर झांझ मंझिरे एवं ढोल नगाड़े के साथ सभी संत पहुंचे। शंखनाद किया गया।
मंच पर संतों ने सुमन भाई महाराज का दुग्ध अभिषेक व जल अभिषेक किया। पुष्प वर्षा के बाद महामंडलेश्वर की उपाधि दी गई ।
यह उपाधि निरंजनी अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी महाराज ने दी।
इस दौरान 12 अखाड़े के संतों के साथी अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी महाराज भी मौजूद रहे।