इंडिया न्यूज़, भोपाल:
Update on the Situation in Ukraine युद्ध प्रभावित यूक्रेन में बहुत से भारतीय छात्र(Indian studentsin ukraine) फंसे हुए हैं। वह वहां से निकलने का हर संभव प्रयास भी कर रहे हैं। लेकिन रूसी सेना(Russian army) के कब्जे के चलते वह यूक्रेन के बॉर्डर(border of Ukraine) ही कैद होकर रहे गए हैं। इनमें से एक मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh’Sehore) के सीहोर का रहने वाला शुभम भी है जो यूक्रेन सीमा पर रूसी सेना की निगरानी में कैद है। शुभम(shubhsm) ने पिता से फोन पर बात कर कहा कि पापा यहां कुछ भी खाने के लिए नहीं है। हम बुरी तरह फंस गए हैं आप मुझे यहां से निकाल लें।
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शुभम ने बताया कि यहां बहुत से छात्र यूक्रेन से पौलेंड के लिए निकले थे, लेकिन यूक्रेन की सीमा पर रूसी सैनिकों ने कब्जा कर लिया है। जो किसी को भी आगे नहीं जाने दे रहे हैं। रूसी सेना तानाशाहीपूर्ण रवैया अपना रही है, किसी से बात करने की भी मनाही है। बड़ी मुश्किल से शुभम ने पिता को संंदेश भेजकर सुरक्षित निकालने की गुहार लगाते हुए अपनी व्यथा बताई है।
शुभम के पिता रविंद्र मेश्राम ने जानकारी देते हुए बताया कि हमने भारत सरकार (Indian government)से यूक्रेन में फंसे बेटे को निकालने की फरियाद की है। भारतीय एंबेसी(Indian Embassy) ने बेटे के दस्तावेज मंगवाए थे जो मैंने उन्हें दे दिए हैं। परिवार का रो-रोकर बुरा हाल हुआ जा रहा है। परिवार ने बताया कि उसके साथ रेहटी जिले की दिव्या भी है जो यूके्रन में डाक्टरी की पढ़ाई कर रही है। इस संबंध में कलेक्टर चंद्र मोहन मिश्रा(DC Chandra Mohan Mishra) ने बताया कि छात्रों को लाने के लिए सरकार प्रयास कर रही है। मध्य प्रदेश सरकार ने यूक्रेन में फंसे राज्य के छात्रों के लिए भोपाल में कंट्रोल रूम बनाया है। जहां लोग अपने प्रियजनों की जानकारी आदान-प्रदान कर सकते हैं।