इंडिया न्यूज़, Bhopal News : मध्य प्रदेश मानवाधिकार आयोग ने उस घटना में एक रिपोर्ट मांगी। जिसमें दो भाइयों ने अस्पताल से अपनी मां के शव को मोटरसाइकिल से बांध दिया और एमपी के शहडोल जिले में से 80 किमी ले कर गए। जाहिर तौर पर क्योंकि उन्हें हॉस्पिटल की तरफ़ से कोई वैन उपलब्ध नहीं कराई थी।
जानकरी के मुताबिक, प्रशासन ने कहा की उन्हें किसी ने वैन उपलब्ध करवाने के लिए नहीं कहा था। मरीज की पहचान शहडोल के बिरसा मुंडा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल से करीब 80 किलोमीटर दूर पड़ोसी अनूपपुर जिले के गोदारू गांव की रहने वाली जय मंत्री देवी के रूप में हुई। जहां उसे भर्ती कराया गया था।
शहडोल संभाग, कलेक्टर शहडोल, शहडोल मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक और मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी शहडोल से तीन सप्ताह के भीतर रिपोर्ट मांगी है। तथ्यात्मक विवरण के साथ जांच के बाद रिपोर्ट मांगी गई है। सूत्रों ने बताया कि सीने में दर्द के बाद शुरू में शहडोल जिला अस्पताल में उसका इलाज किया गया।
उसकी हालत बिगड़ने पर उसे शनिवार रात मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया जहां रविवार तड़के करीब 2.30 बजे इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जब बाद में शव को छोड़ा गया। तो उसके बेटों ने शव को लकड़ी के स्लैब में बांध दिया। अपनी मोटरसाइकिल से बांध दिया और उसे घर ले गए। वीडियो वायरल हो गया। जिससे आक्रोश फैल गया।
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