मध्यप्रदेश: मध्य प्रदेश में जल्द ही पहली वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। ये ट्रेन जबलपुर से इंदौर के बीच शुरू की जा सकती है। ऐसी संभावना है कि इसे मार्च के आखिरी सप्ताह से चलाया जा सकता है। इस सेमी हाई स्पीड ट्रेन के परिचालन के लिए रतलाम रेल मंडल के साथ ही जबलपुर रेल मंडल ने भी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
देश की 11वीं वंदे भारत ट्रेन को चलाने की तैयारियां
विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मध्य प्रदेश की पहली और देश की 11वीं वंदे भारत ट्रेन को चलाने की तैयारियां पूरी हो गई हैं। पहले फरवरी माह के अंत में इसे चलाने की योजना थी, लेकिन रेलवे बोर्ड द्वारा रैक मिलने में हुई देरी के कारण इसे मार्च अंत तक चलाया जाएगा। चेन्नई कोच फैक्ट्री से वंदे भारत ट्रेन के रैक जल्द ही आ सकते हैं। वहीं, इस सेमी हाईस्पीड ट्रेन के रखरखाव और साफ-सफाई के लिए जबलपुर स्टेशन के कोचिंग यार्ड में काम शुरू हो गया है।
तीन बड़े महानगर को जोड़ेगी पहली वंदे भारत ट्रेन
प्रदेश की पहली वंदे भारत ट्रेन तीन बड़े महानगर इंदौर, भोपाल और जबलपुर को जोड़ेगी। जानकारी के मुताबिक, ये ट्रेन जबलपुर से सुबह पांच बजे चलकर इटारसी, भोपाल, उज्जैन होते हुए सुबह 11.30 बजे इंदौर पहुंचेगी। भोपाल में इसका स्टॉप रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर होगा। वहीं, वापसी में यह ट्रेन दोपहर तीन बजे इंदौर से रवाना होकर इसी रास्ते से रात 10 बजे जबलपुर वापस आएगी। हालांकि ये ट्रेन सप्ताह में कितने दिन चलेगी अभी इसकी जानकारी सामने नहीं आई है। वर्तमान में इंदौर से जबलपुर के बीच चलने वाली नर्मदा एक्सप्रेस 14 घंटे और जबलपुर-इंदौर ओवरनाइट ट्रेन 10 घंटे का समय लेती है।
जबलपुर से इंदौर तक का 599 किमी का सफर 6.30 घंटे में पूरा कर लेगी वंदे भारत
वंदे भारत जबलपुर से इंदौर तक का 599 किमी का सफर 6.30 घंटे में पूरा कर लेगी। इंदौर-जबलपुर रूट पर चलने वाली वंदे भारत की रफ्तार 100 से 120 किमी/घंटा के आसपास होगी। रतलाम रेल मंडल ने हाल ही में इंदौर से उज्जैन के बीच रेल लाइन दोहरीकरण का कार्य भी पूरा कर लिया है। कार्य के दौरान भोपाल से इंदौर के बीच चलने वाली 10 ट्रेनों को निरस्त करना पड़ा था, जबकि 21 ट्रेनों को बदले हुए मार्ग से चलाना पड़ा था।