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CM मोहन ने क्यों कहा- ‘अगर दूल्हा शादी से पहले भाग जाए तो इसमें हमारी क्या गलती’

• LAST UPDATED : May 12, 2024

India News MP(इंडिया न्यूज़), MP News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इंदौर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के ऐन वक्त पर मैदान छोड़ने पर तंज कसते हुए कहा कि अगर दूल्हा शादी से पहले भाग गया तो इसमें उसकी कोई गलती नहीं है. इंदौर में कांग्रेस को तब झटका लगा जब उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 29 अप्रैल को अपना नामांकन वापस ले लिया और बाद में भाजपा में शामिल हो गए।

इंदौर के बेटमा में बीजेपी की रैली में सीएम यादव ने कहा, ”कांग्रेस ने दावा किया कि बीजेपी ने इंदौर में कुछ गलत किया। हमारी गलती क्या थी? यह पूरे गांव को शादी की दावत में आमंत्रित करने और शादी समारोह से पहले दूल्हे के कपड़े उतारने जैसा था ”

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस विपक्षी दल के पास 13 मई को इंदौर में होने वाले चुनाव के लिए कोई उम्मीदवार नहीं बचा है, वह स्थानीय मतदाताओं से नोटा पर बटन दबाने की अपील कर लोकतंत्र का अपमान कर रहा है। उन्होंने कहा, “अगर किसी का बच्चा घर से भाग जाता है, तो इसमें किसकी गलती है? वे आपके बच्चे हैं, आपको उनकी देखभाल करनी चाहिए।”

सीएम यादव का विपक्ष पर हमला

मोहन यादव ने यहां भाजपा प्रत्याशी और मौजूदा सांसद शंकर लालवानी के समर्थन में इंदौर शहर में एक रोड शो में भाग लिया। भारत गठबंधन को ‘अहंकारी’ गठबंधन करार देते हुए यादव ने रामायण के पात्र रावण की राजधानी लंका का जिक्र किया। उन्होंने कहा, “ये अहंकारी लोग 17 लाख साल पहले भगवान राम के समय लंका में पैदा हुए थे। अपनी बुद्धि के दिवालिएपन के कारण, उन्होंने सीता का अपहरण करने के लिए नकली भगवाधारी का रूप धारण किया।”

मतदाताओं से नोटा चुनने की कांग्रेस की अपील को खारिज करने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा, ”मां सीता ने ‘लक्ष्मण रेखा’ पार करने की गलती की थी, लेकिन इंदौर के लोगों को संकल्प लेना चाहिए कि वे किसी भी परिस्थिति में लक्ष्मण रेखा पार नहीं करेंगे।”

सीएम ने जीतू पटवारी पर कसा तंज

इंदौर से आने वाले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी पर निशाना साधते हुए यादव ने कहा कि पिछले साल विधानसभा चुनाव में जिले की राऊ सीट पर भाजपा प्रत्याशी मधु वर्मा के हाथों हार का सामना करने के बाद पटवारी लोकसभा चुनाव लड़ने से डर रहे थे। उन्होंने कहा, दूसरी ओर कांग्रेस के कुछ 80 साल के नेता भी चुनाव लड़ रहे हैं। सीट बंटवारे के समझौते के तहत कांग्रेस द्वारा खजुराहो लोकसभा क्षेत्र समाजवादी पार्टी के लिए छोड़ने का जिक्र करते हुए यादव ने दावा किया कि इससे पता चलता है कि कांग्रेस चुनाव से डरती है।

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