Military High Profile Meeting: राजधानी भोपाल में तिनों सेनाओं के कमांडर कान्फ्रेंस हो रही है। जिसके चलते इस प्रेस कान्फ्रेंस में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और 1 अप्रैल को पीएम मोदी शामिल होगी।
बता दें कि यह पहली बार है। जब राजधानी दिल्ली छोड़ कर भोपाल में पहली बार तीनों सेनाओं की कंबाइंड कांफ्रेंस आयोजित हो रही है।
दरअसल, तीनों सेनाओं की कंबाइंड कॉन्फ्रेंस हर दो साल में होती है। इस बार भोपाल को चुना गया है। इससे पहले 2021 में गुजरात के केवडिया को कॉन्फ्रेंस के लिए चुना गया था। भोपाल में इससे पहले यह कॉनफ्रेंस कभी नहीं हुई थी। तीनों सेनाओं की कंबाइंड कॉन्फ्रेंस होते रही है। यह बहुत ही समान्य है। वहीं, नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद एक अलग परंपरा शुरू हुई है कि देश के अलग-अलग हिस्सों में राष्ट्रीय लेवल के आयोजन होने लगे हैं।
इस कॉन्फ्रेंस में रूस-यूक्रेन युद्ध, पूर्वी लद्दाख में सैन्य गतिविधियों और भविष्य के युद्धों को लेकर मंथन किया जाएगा। एक अप्रैल तक अलग-अलग सेशन में राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दा पर सेना के चीफ चर्चा करेंगे। इसके साथ ही अग्निवीर योजना की समीक्षा भी जाएगी। कई पुरानी चीजों का पुनरीक्षण और उसकी प्रासंगिकता पर भी चर्चा होगी। हथियारों के मामले में आत्मनिर्भर कैसे बने इस पर भी बात होगी।
डीआरडीओ की तरफ से विकसित हथियारों को भी पीएम मोदी देख सकते हैं। पीएम मोदी डिफेंस इको सिस्टम पर भी चर्चा कर सकते हैं। साथ ही उसकी समीक्षा करेंगे कि कहां तक प्रगति हुई है। साथ ही वह ज्वाइंट कमांड स्ट्रक्चर्स पर भी संवाद करेंगे। इसके साथ ही तीनों सेनाओं में जो पुरानी प्रतीक चिह्नें हैं, उसमें बदलाव को लेकर बात हो सकती है।
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