India News(इंडिया न्यूज़),Women’s Day 2024: आज 8 मार्च को अतंराष्ट्रीय महिला दिवस है। आज के समय में महिला हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है। जब भी ड्राइविंग का नाम लिया जाता है तब-तब आपके दिमाग में एक पुरूष की ही तस्वीर आती है। इसका कारण है कि लोगों ने अपने मन में कुछ धारणाएं बना ली हैं कि यह काम महिलाओं का है और यह पुरूषों का तभी तो अगर कोई महिला पुरूषों के काम को करना चाहे तो उस पर कईं बातें की जाती हैं लेकिन आज के समय में ऐसा होना तो नहीं चाहिए। महिलाओं के दिवस पर आज आपको ऐसी महिला की कहानी बताएंगे जिसे पढ़कर आप प्रेरित होंगे।
नारी सिर्फ स्वामिता सौंदर्य और सहनशीलता की प्रतीक ना होकर शक्ति स्वरूपा भी होती है इस वाक्य को चरितार्थ करती है राजनांदगांव की एक महिला। हम जिस महिला की बात कर रहे हैं उसका नाम दमयंती सोनी है जो कि राजनांदगांव जिले के छोटे से गांव खैरझिटी में रहती हैं। आज हम आपको एक ऐसी ही महिला की कहानी बताते हैं, जिन्हें लोग जेसीबी वाली दीदी भी कहते हैं। जो पुरूषों की तरह ही बड़े-बड़े वाहन यूं चलाती है कि आप भी देख कर हैरान रह जाएंगे।
दमयंती ही जेसीबी वाली दीदी है जिसे देख लोग हैरान रह जाते हैं लेकिन उनके लिए यह सफर आसान नहीं था। एक समय ऐसा था जब उन्हें ड्राइविंग से बहुत ज्यादा डर लगता था लेकिन कहते हैं न कि हालातों के आगे झुक कर कभी-कभी हमें अपने डर का सामना भी करना पड़ता है। और कुछ ऐसी ही हुआ था दमयंती के साथ। ड्राइविंग से डरने वाली दमयंती ने किस तरह इस में हाथ आजमाना शुरू किया।
दरअसल एक शर्त ने दमयंती को डर के करीब पहुंचाया और आज उसी डर से दमयंती ने जीत हासिल की। दरअसल एक बार दमयंती ने उन्हें चुनौती देते हुए कहा कि खुले मैदान में 100 मीटर लोडर चलाकर दिखाओ तो वह इनाम देंगे। इस शर्त को दयमंती ने जीत लिया और अगली बार लोडर चलाकर 500 रूपए जीते। फिर पति की मौत के बाद दयमंती ने इसे ही जीने का जरिया बना लिया।
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